संसद में चर्चा के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण गुस्सा हो गई। हालांकि इसके बाद मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सांसद ने एक ऐसी बात कही जिसके बाद पूरा सदन खिलखिला उठा। दरअसल महंगाई के मुद्दे पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स और होलसेल प्राइस इंडेक्स के संबंध में बात कर रही थीं तब ये वाक्या घटा।
जब निर्मला सीतारमण महंगाई के मुद्दे पर संसद में जवाब दे रही थी ,उसी दौरान कम्युनिस्ट पार्टी के सांसद बिनॉय विस्वाम बार-बार रुकावटें पैदा कर रहे थे और जवाब के बीच में बोल रहे थे। विस्वाम के इस व्यवहार पर निर्मला सीतारमण गुस्सा हो गई, जिसके बाद मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राज्यसभा सांसद जॉन ब्रिटास अपनी सीट से उठे और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से हल्के अंदाज में कहा कि उनको (CPI MP Binoy Viswam) आंदोलन करने का अधिकार है क्योंकि वित्त मंत्री बार-बार सीपीआई के खिसकने की बात कर रही हैं। सीपीआईएम सांसद के बात पर पूरा सदन खिलखिला उठा।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के बारे में कहा जाता है कि वह विपक्ष को भी अपनी आवाज उठाने का संसद में पूरा मौका देते हैं और जब भी वह कोई नियम संसद में लाते हैं, विपक्ष उसको मानता है। संसद में कार्यवाही के दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि कोई भी सदस्य सदन में कार्यवाही के दौरान 5 सेकंड से अधिक किसी अन्य सदस्य के साथ बात नहीं कर सकता। इस दौरान RSP सांसद एनके प्रेमाचंद्रन ने ओम बिरला से अनुरोध किया कि इसे 10 सेकंड किया जाना चाहिए और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला उनकी इस बात को तुरंत मान गए।
यही नहीं, सदन में केंद्र सरकार की AMRUT योजना पर जब आरएसपी सांसद प्रेमचंद्रन ने संसद में सवाल किया और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने उसका जवाब दिया, इस पर ओम बिरला काफी प्रसन्न हुए और उन्होंने तारीफ करते हुए कहा कि इंटेलिजेंट मिनिस्टर एंड इंटेलिजेंट मेंबर।
संसद में कार्यवाही के दौरान ही टीएमसी सांसद सौगत रॉय संसद में सांसद नवनीत कौर से 10 सेकेंड से अधिक समय तक बात करते देखे गए। इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने टीएमसी सांसद का नाम लेकर उन्हें पुकारा, उसके बाद टीएमसी सांसद ने उनसे सॉरी कहा।