पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव: कांग्रेस, लेफ्ट के बीच सीट शेयरिंग पर नहीं बनी बात, दोबारा होगी बैठक
पश्चिम बंगाल में इस साल अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनाव में लेफ्ट मोर्चा और कांग्रेस साथ में चुनाव में उतरना चाहते हैं। जिसे लेकर सीटों के बंटवारे पर चर्चा हो रही है।

पश्चिम बंगाल में इस साल अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनाव में लेफ्ट मोर्चा और कांग्रेस साथ में चुनाव में उतरना चाहते हैं। जिसे लेकर सीटों के बंटवारे पर चर्चा हो रही है। फिलहाल बात नहीं बनी है लेकिन इस मुद्दे पर दोनों पार्टी के नेता फिर से मिलेंगे। लेफ्ट मोर्चे के अध्यक्ष बिमन बोस ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा, ”सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चा हुई,लेकिन अभी कोई निष्कर्ष नहीं निकला है। आगे बातचीत जारी रहेगी।”
इससे पहले रविवार को कांग्रेस नेता प्रदीप भट्टाचार्य बोस से मिले थे और कहा था कि आगामी चुनाव को लेकर सीटों का बंटवारा जल्द से जल्द हो। इस मुद्दे पर उन्होंने माकपा नेता सीताराम येचुरी से भी मुलाकात की थी। भट्टाचार्य ने कहा था कि दोनों ही पार्टियां चुनाव में गठबंधन से जुड़ी संभावनाओं को तलाश रही हैं। कई मुद्दों पर दोनों पार्टियों की एक सी राय रही है।
गौरतलब है कि एक ओर जहां बीजेपी रोड शो और टीएमसी ने पैदल यात्रा शुरू कर दी है वहीं कांग्रेस और लेफ्ट साझा चुनावी अभियान की रूपरेखा ही नहीं तय कर पा रहे हैं। पश्चिम बंगाल इकाई के नेताओं को उम्मीद थी कि राहुल गांधी लेफ्ट के साथ गठबंधन पर कुछ बोल सकते हैं लेकिन उन्होंने ये काम भी सोनिया गांधी के जिम्मे छोड़ दिया।
खास बात ये है कि दोनों पार्टियां विधानसभा चुनाव से ठीक पहले होने वाले कोलकाता नगर निगम चुनाव में अपनी किस्मत साथ में आजमा सकती हैं। इससे पहले लेफ्ट और कांग्रेस गठबंधन की चर्चाओं के बीच कृषि कानूनों के विरोध में एक साथ दिखे थे।
लेफ्ट मोर्चे के अध्यक्ष बिमन बोस ने कहा था,“ आज लेफ्ट और कांग्रेस के संयुक्त आंदोलन ने तस्वीर साफ कर दी। टीएमसी और भाजपा एक तरफ तो हम दूसरी तरफ हैं। टीएमसी और बीजेपी के बीच मैच फिक्सिंग चल रही है क्योंकि दोनों दलों के नेता पक्ष बदल रहे हैं। ”