पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार (15 नवंबर) को कहा कि कुछ लोग अपनी ‘जुबान पर लगाम नहीं लगा रहे’ लेकिन इसके बावजूद वह राज्य में लोगों की सेवा करने से पीछे नहीं हटेंगे। वहीं राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने धनखड़ पर परोक्ष हमला करते हुए कहा था कि संवैधानिक पदों पर आसीन लोग भाजपा के मुखपत्र बन गए हैं। बनर्जी ने धनखड़ पर समानांतर सरकार चलाने का आरोप लगाया था। धनखड़ ने बनर्जी के इस आरोप पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि क्रिकेट के खेल में हर गेंद को खेलने की आवश्यकता नहीं होती।
मैं लोगों की सेवा करना जारी रखूंगा: राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि, ‘‘कुछ लोग अपनी जुबान का बहुत ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं और उस पर लगाम नहीं लगा रहे। क्रिकेट के खेल में हर गेंद को खेलना आवश्यक नहीं है। मैं लोगों की सेवा करना जारी रखूंगा।’’ उन्होंने आगे कहा कि उनके बयानों को पूरी तरह समझे बिना किसी को टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।
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आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हुआ: उनके इस बयान से एक दिन पहले धनखड़ और राज्य सरकार के बीच ‘बुलबुल’ चक्रवात के कारण हुए तबाही के लिए राहत वितरण को लेकर गुरूवार (14 नवंबर) को नये सिरे से आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया था। धनखड़ ने 300 किलोमीटर की यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर के उनके अनुरोध का जवाब नहीं देने के लिए राज्य सरकार की आलोचना की थी और कहा था कि मुख्यमंत्री उनसे कोई संवाद करती हैं, तो वह 24 घंटे में जवाब देते हैं।
राज्यपाल का दूसरी बार अनुरोध ठुकराया गया: उल्लेखनीय है कि मुर्शिदाबाद जिले में फरक्का की यात्रा के लिए धनखड़ को एक हेलीकॉप्टर मुहैया कराने की अनुमति देने का अनुरोध गुरुवार को ठुकरा दिया गया था। राज्य सरकार ने एक सप्ताह में दूसरी बार इस तरह का अनुरोध अस्वीकार किया है।
तृणमूल कांग्रेस ने बेतुका करार दिया है: धनखड़ को शुक्रवार की सुबह एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने फरक्का गए। राज भवन के एक सूत्र ने कहा कि हेलीकॉप्टर के लिये अनुरोध काफी समय रहते किया गया था लेकिन प्रशासन की ओर से कोई जवाब नहीं मिला। तृणमूल कांग्रेस ने राज्यपाल की यात्रा के लिये हेलीकॉप्टर की जरूरत पर सवाल उठाते हुए इसे ‘‘बेतुका’’ और ‘‘जनता के पैसे का दुरुपयोग’’ करार दिया था।
