चुनाव आयोग की पूर्ण पीठ का बंगाल दौरा 23 को, पहले चरण की वोटिंग वाले क्षेत्रों के अफसरों संग होगी बैठक
बंगाल में चुनाव के दौरान केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की करीब 725 कंपनियां तैनात की जाएंगी। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक कुलदीप सिंह ने बताया कि इनमें से 495 कंपनियां राज्य में पहुंच चुकी हैं।

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए भारत निर्वाचन आयोग का पूर्ण पीठ 23 मार्च को राज्य का दौरा कर सकता है। राज्य विधानसभा की 294 सीटों के लिए आठ चरणों में चुनाव होंगे, जिसका पहला चरण 27 मार्च को शुरू होगा और दो मई को नतीजे घोषित किए जाएंगे।
चुनाव आयोग के मुताबिक, भारतीय चुनाव आयोग की पूर्ण पीठ चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए 23 मार्च को पश्चिम बंगाल का दौरा कर सकती है। इसके लिए पीठ राज्य प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करेगी। इस बैठक में उन क्षेत्रों के अधिकारी शामिल होंगे, जहां पहले चरण का मतदान होना है। पहले चरण में 191 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरेंगे।
बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की करीब 725 कंपनियां तैनात की जाएंगी। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक कुलदीप सिंह ने बताया कि इनमें से 495 कंपनियां राज्य में पहुंच चुकी हैं, जबकि बाकी भी जल्द पहुंच जाएंगी। उन्होंने बताया कि सीएपीएफ की एक कंपनी में करीब 72 जवान होते हैं। सीआरपीएफ चुनावों के दौरान तैनाती के लिए नोडल बल है।
चुनावी राज्य में खतरों के आकलन के बारे में पूछे जाने पर कुलदीप सिंह ने कहा कि इलाकों में राज्य प्राधिकारी खतरों का आकलन कर रहे हैं। वे उसी आधार पर सुरक्षा बलों की तैनाती का फैसला करेंगे। उन्होंने कहा कि हमने ऐसा कोई आकलन नहीं किया है कि किस चरण का चुनाव अधिक चुनौतीपूर्ण होगा।
कुलदीप सिंह को हाल ही में सवा तीन लाख से अधिक कर्मचारियों वाले बल सीआरपीएफ का प्रमुख नियुक्त किया गया। वे इस शीर्ष पद पर नियुक्त होने से पहले बल में विशेष महानिदेशक के तौर पर सेवा दे रहे थे।