
Weather forecast today, Cyclone Bulbul LIVE Updates: दिल्ली-NCR में दो दिन स्कूलों की छुट्टी, यहां 15 नवंबर तक येलो अलर्ट जारी
Weather forecast Today, Cyclone Maha, Cyclone Bulbul Live News Updates: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी बारिश का संभावना नहीं बन रही। इसी दिल्ली दिल्ली और आसपासल के इलाकों में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर बना रहेगा। अगले दो-तीन दिनों तक दिल्लीवासियों को इससे राहत की उम्मीद नहीं।

Weather forecast Today, Cyclone Maha Live News Updates: केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो पर बुधवार को बड़े पैमाने पर विरोधों का सामना करना पड़ा और उन्हें वापस जाने के लिए कहा गया।वह बंगाल के दक्षिण 24 परगना में चक्रवात ‘बुलबुल’ प्रभावित इलाकों में स्थिति का जायजा लेने पहुंचे थे। केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने कहा कि पीएम मोदी ने उन्हें इन इलाकों का जायजा लेने के लिए कहा था। सुप्रियों का कहना है कि उनका विरोध करने वाले लोग टीएमसी के कार्यकर्ता थे। मुझे पता था कि इस दौरान पर उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ेगा लेकिन इसके बावजूद वह बाढ़ग्रस्त इलाकों का जायजा लेने पहुंचे। राज्य में कई जगह पर प्रदर्शनकारियों ने उनका काफिला रोक दिया और उसे काले झंडे दिखाए।
मौजूदा समय में एक पश्चिमी विक्षोभ लद्दाख के पास बना हुआ है और इस सिस्टम से बना सर्कुलेशन मध्य पाकिस्तान पर है, इसके अलावा एक ट्रफ रेखा भी यहां सक्रिय है। इन सिस्टमों के प्रभाव से पूर्वानुमान है कि राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश होगी। उत्तरी राजस्थान, हरियाणा और पश्चिमी पंजाब में भी बारिश का अनुमान है। हालांकि बारिश की सबसे ज्यादा उम्मीद जैसलमेर, बीकानेर, बाड़मेर और इसके आसपास के शहरों में है।
मौसम से जुड़ी जानकारी देने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में बादल जरूर नजर आ सकते हैं मगर मौसम मुख्य रूप से शुष्क ही रहेगा। अभी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी बारिश का संभावना नहीं बन रही। इसी दिल्ली दिल्ली और आसपासल के इलाकों में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर बना रहेगा। अगले दो-तीन दिनों तक दिल्लीवासियों को इससे राहत की उम्मीद नहीं।
इसी बीच जम्मू-कश्मीर और उत्तरी हिमाचल प्रदेश के अलावा लद्दाख के क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर बादलों की गर्जना के साथ हल्की बारिश या हिमपात होने की संभावना है। उत्तराखंड में भी छिटपुट बारिश का अनुमान है। मध्य भारत की बात करें तो रत्नागिरी, राजपुर, द्वारका सहित गुजरात के कुछ हिस्सों और तटीय कोंकण यानी कोंकण क्षेत्र के कुछ स्थानों पर बारिश होने की संभावना है। पूर्वी भारत में दूर-दूर तक बारिश की कोई संभावना नहीं है।
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मौसम विभाग पांच दिन पहले ही इनके सटीक पूर्वानुमान के आधार पर संबद्ध क्षेत्रों को चेतावनी जारी कर देता है। इसके अलावा ‘नाउ कास्ट’ प्रणाली के माध्यम से तूफान की सक्रियता और गतिविधि की नियमित तौर पर तात्कालिक जानकारी भी दी जाती है।
पराली जलने के मुद्दे पर हरियाणा के सिरसा में कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टर ने बुधवार को कहा- हमने 34 किसानों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है, जबकि सिरसा जिले में 155 किसानों पर जुर्माना लगाया है। पिछले साल की तुलना में इस बार 60 फीसदी की कमी आई है।
वायु प्रदूषण के चलते दिल्ली-एनसीआर में दो दिन स्कूल बंद रहेंगे। ईपीसीए के आदेशों के बाद, दिल्ली सरकार ने कहा कि हवा की गुणवत्ता खराब होने के कारण गुरूवार और शुक्रवार को स्कूल बंद रहेंगे। इसी बीच, गौतमबुद्ध नगर (यूपी) के जिलाधिकारी ने कहा है कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद में भयंकर प्रदूषण के चलते सभी सरकारी एवं निजी विद्यालय बृहस्पतिवार और शुक्रवार को बंद रहेंगे।
मौसम विभाग ने सूबे में मध्य पर्वतीय और पहाड़ी इलाकों में 15 नवंबर के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं, 14 नवंबर को हिमाचल में बारिश और बर्फबारी हो सकती है।
केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने कहा कि पीएम मोदी ने उन्हें इन इलाकों का जायजा लेने के लिए कहा था। सुप्रियों का कहना है कि उनका विरोध करने वाले लोग टीएमसी के कार्यकर्ता थे। मुझे पता था कि इस दौरान पर उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ेगा लेकिन इसके बावजूद वह बाढ़ग्रस्त इलाकों का जायजा लेने पहुंचे।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ने के साथ ही वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के बुधवार दोपहर बाद ‘बेहद गंभीर एवं आपात’ श्रेणी में पहुंचने की आशंका है। अब तक यह ‘गंभीर’ श्रेणी में था।राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के नोएडा और ग्रेटर नोएडा में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) क्रमश: 472 और 462 था। वहीं फरीदाबाद और गुरुग्राम में एक्यूआई क्रमश: 441 और 448 रहा।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों का अनुसार, राजस्थान में यह बारिश 15 नवंबर तक जारी रहने की संभावना है। इसके बाद राज्य का मौसम एक बार फिर से शुष्क हो जाएगा और घने बादल छाए रहेंगे और साथ ही अरब सागर से आर्द्र हवाएँ भी चलेंगी।
पिछले एक साल के दौरान भारत में विभिन्न चक्रवाती तूफानों के आने का समय और उनकी तीव्रता के बारे में मौसम विभाग के सटीक अनुमान तथा जानमाल के नुकसान को न्यूनतम करने में विभिन्न एजेंसियों के साथ बेहतर तालमेल के तंत्र से ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स रूबरू होंगे।
उत्तर-पश्चिम की सर्द हवाओं ने मैदानी इलाकों में दिन का तापमान सामान्य से 5 डिग्री तक गिरा दिया है। इससे रात का तापमान सामान्य से तीन डिग्री नीचे तक लुढ़क गया है। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दिनों में लोगों को ठंड के साथ ही कोहरा और धुंध भी परेशान कर सकते हैं। उत्तर पश्चिमी हवाएं सर्दी लेकर आ रही हैं।
हिमाचल के अधिकांश क्षेत्रों में बुधवार को मौसम साफ रहेगा। 14 से 16 नवंबर तक मध्य पर्वतीय क्षेत्रों शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू, चंबा और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों किन्नौर और लाहौल-स्पीति में बारिश और बर्फबारी के आसार हैं।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण ब्यूरो (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) मंगलवार शाम 4 बजे 425 और रात के नौ बजे 437 दर्ज किया गया। सोमवार शाम 4 बजे यह 360 था। पीएम 2.5 का स्तर 337 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा। वहीं पीएम 10 का स्तर बढ़कर 484 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पर पहुंच गया। 37 वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशन में अधिकतर ने वायु गुणवत्ता को ‘गंभीर’ श्रेणी में रखा।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता कुछ दिन बेहतर रहने के बाद एक बार फिर पड़ोसी राज्यों में जल रही पराली के कारण ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई और बुधवार को इसके आपात श्रेणी में पहुंचने की आशंका है। सरकार के वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्र ‘वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान एवं अनुसंधान प्रणाली (सफर) ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बुधवार को ‘‘बेहद गंभीर’’ या ‘‘आपातकालीन" श्रेणी में प्रवेश करने की आशंका है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव माधवन राजीवन ने ट्वीट किया, ‘‘पूर्वानुमान के मुताबिक हवा की गुणवत्ता 14 नवंबर तक बेहद गंभीर श्रेणी में पहुंचने की आशंका है।’’ मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम 11.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
चक्रवात बुलबुल बांग्लादेश की ओर बढ़ने से पहले पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों को भारी नुकसान पहुंचा गया। चक्रवात से हुए अनुमानित नुकसान 15,000 करोड़ रुपये से लेकर 19,000 करोड़ रुपये के बीच हो सकता है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। चक्रवात ने शनिवार की आधी रात को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों को अपनी चपेट में लिया और 14 लोगों की जान ले ली। एक आईएएस अधिकारी ने बताया, ‘‘चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण करने के बाद विभिन्न विभागों द्वारा प्रस्तुत प्रारंभिक रिपोर्ट से एक अंतरिम अनुमान तैयार किया गया है। अंतिम अनुमान उन विभागों द्वारा अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के बाद ही लगाया जाएगा।’’ उन्होंने बताया कि शुरुआती अनुमानों के मुताबिक, नुकसान 15,000 करोड़ रुपये से 19,000 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर जिलों में नुकसान की पूरी रिपोर्ट अभी तक सचिवालय नहीं पहुंच पाई है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मुख्य सचिव राजीव सिन्हा ने मंगलवार को रिपोर्ट मांगी है।