ऐसे में लोग व्यायाम और पैदल चलने का समय ही नहीं निकाल पा रहे हैं। हमें हर रोज कम से कम 30 मिनट का समय पैदल चलने या चहलकदमी करने के लिए जरूर निकालना चाहिए। क्योंकि प्रतिदिन नियमित रूप पैदल चलना शारीरिक के साथ-साथ मानसिक सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है।
इस संबंध में देश-विदेश में कई शोध हो चुके हैं। एक शोध के मुताबिक हल्के व्यायाम जैसे पैदल चलना समग्र मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करता है। इतना ही नहीं नियमित रूप से चहलकदमी करने से डिमेंशिया को शुरुआती चरण में ही रोका जा सकता है और इससे अलजाइमर रोग का जोखिम भी कम होता है।
रोजाना पैदल चलना दिमाग के अलावा हृदय की सेहत के लिए भी बेहद अच्छा होता है। चहलकदमी करने से उच्च रक्तचाप को नियमित करने और रक्त प्रवाह में सुधार करके हृदय को स्वस्थ रखने में सहायता मिलती है। मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए किताबों को पढ़ना भी हितकर रहता है। इसलिए आपको जब भी मौका मिले कोई कहानी, उपन्यास, कविता, लेख आदि पढ़ लेना चाहिए।
इस संबंध में भी कई शोध प्रकाशित हो चुके हैं। अनुसंधानों के मुताबिक पढ़ने से न केवल आप होशियार बनते हैं बल्कि उम्र बढ़ने के साथ-साथ यह आपको तेज और विश्लेषक भी बनाता है।पुस्तकें मनुष्य के जीवन का महत्त्वपूर्ण हिस्सा होती हैं, बिल्कुल एक दोस्त की तरह। जब हम पुस्तकों को पढ़ना शुरू करते हैं तो हमारा मस्तिष्क कई तरह की कल्पनाएं करने लगता है। जितना ज्यादा आप पढ़ते हैं, कल्पना की शक्ति उतनी ही बेहतर होती है। यही कल्पनाएं दिमाग की सेहत को दुरुस्त रखने में मदद करती हैं।