एक टीवी डिबेट के दौरान एक पैनलिस्ट मौलाना मोदी सरकार की आलोचना करते हुए बार बार जीडीपी और चीन के मुद्दे को उठा रहे थे। इस पर एंकर ने मौलाना से जीडीपी की फुल फॉर्म पूछ ली, जिससे मौलाना झल्ला गए और कहने लगे कि आप मेरे प्रोफेसर नहीं हैं।
दरअसल न्यूज 18 इंडिया चैनल पर एएमयू के छात्र शरजील उस्मानी के कथित भड़काऊ बयान पर और सीएए कानून को लेकर चर्चा हो रही थी। इस दौरान डिबेट में भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया और अन्य पैनलिस्ट के साथ ही मौलाना साजिद रशीदी भी मौजूद थे। इस दौरान गौरव भाटिया ने राम मंदिर को लेकर साजिद रशीदी के पिछले बयान की चर्चा की। जिसमें उन्होंने कथित तौर पर अपने एक ट्वीट में राम मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाने की बात कही थी।
गौरव भाटिया ने सीएए कानून को लेकर कहा कि पीएम मोदी ने खुद कहा है कि इस कानून से भारत के मुसलमानों का कौन का नुकसान हो रहा है? भाजपा प्रवक्ता द्वारा यह मुद्दा उठाए जाने के बाद साजिद रशीदी ने जीडीपी और लद्दाख में चीनी घुसपैठ का मुद्दा उठा दिया। उन्होंने कहा कि आज देश की अर्थव्यवस्था बांग्लादेश से भी पिछड़ गई है। चीन आज कहां बैठा हुआ है?
इस पर एंकर ने मौलाना साजिद रशीदी को शांत रहने को कहा तो मौलाना लगातार अपनी बात दोहराते हुए। इस पर एंकर ने नाराजगी से पूछा कि अगर आप अर्थव्यवस्था पर बात करना चाहते हैं तो पहले जीडीपी की फुल फॉर्म बताइए। इसके साथ ही उनसे पीएलए और एलएसी की फुल फॉर्म भी बताने को कहा गया। इससे मौलाना साजिद रशीदी भड़क गए और उन्होंने कहा कि आप मेरे प्रोफेसर नहीं हैं।
बता दें कि सीएए कानून के विरोध में ही दिल्ली में दंगे भड़के थे। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी समेत यूपी में कई अन्य जगहों पर भी हिंसा भड़की थी। दिल्ली दंगों के मामले में पुलिस ने जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद को गिरफ्तार किया है। उमर खालिद को दंगों के मामले में आरोपी बनाया गया है।