पंजाब के एक कांग्रेस विधायक का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक शख्स ने उनसे विकास को लेकर सवाल पूछा को विधायक ने उसको थप्पड़ जड़ दिया। इस घटना के बाद से पंजाब के सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गरम है और विधायक पर कार्रवाई की मांग की जा रही है।
कांग्रेस विधायक का नाम जोगिंदर पाल है। उनके थप्पड़ कांड के बाद सत्ताधारी पार्टी का सिरदर्द बढ़ गया है, क्योंकि पंजाब में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
वीडियो में दिख रहा है कि कांग्रेस विधायक पाल सफेद कुर्ते में पठानकोट जिले के भोआ में एक तंबू के अंदर लोगों की एक छोटी भीड़ को संबोधित कर रहे हैं।
तभी एक शख्स वहां आकर बड़बड़ाने लगता है, जिसे पाल पहले अनदेखा कर देते हैं। तभी एक पुलिस अधिकारी उस शख्स को वहां से दूर ले जाने की कोशिश करने लगते हैं, लेकिन वो शख्स चुप नहीं होता।
इसके बाद विधायक उस शख्स को अपने पास बुलाते हैं और पीटना शुरू कर देते हैं। वीडियो में दिख रहा है कि विधायक ने शख्स पर कई बार हमला किया। इसके अलावा विधायक के साथ खड़े लोगों ने भी युवक पर हमला किया।
इस वीडियो को ट्विटर यूजर @ghazalimohammad ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है।
इस मामले में राज्य के गृह मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा है कि विधायक को इस तरह का व्यवहार नहीं करना चाहिए था। हम जनता के प्रतिनिधि हैं और यहां उनकी सेवा करने के लिए हैं।
बता दें कि पंजाब में कुछ महीनों बाद चुनाव हैं और नई सरकार चुनी जानी हैं, ऐसे में कांग्रेस विधायक का ये वीडियो पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा सकता है, जिसका असर वोटों पर भी होगा।
गौरतलब है कि पंजाब की राजनीति में पहले से ही कांग्रेस के लिए काफी मुश्किलें खड़ी हैं, पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सीएम पद से इस्तीफा दिया, फिर नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया, जिसके बाद कांग्रेस आलाकमान को सिद्धू को मनाना पड़ा, तब जाकर उन्होंने इस्तीफा वापस लिया।
हालांकि पार्टी की राज्य ईकाई में चल रही तनातनी अभी खत्म नहीं हुई है। अब राज्य के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और सिद्धू के बीच तनातनी की स्थिति पैदा हो गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जिन 13 सूत्रीय एजेंडा को लेकर सिद्धू ने कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी, उसी चिट्ठी को लेकर रविवार को हुई बैठक में सिद्धू और चन्नी के बीच भिड़ंत हो गई।
चंडीगढ़ के गवर्नर हाउस में हुई बैठक में दोनों नेताओं के बीच जोरदार नोकझोंक हुई, इस दौरान पंजाब कांग्रेस के पर्यवेक्षक हरीश चौधरी और पीसीसी के महासचिव परगट सिंह भी मौजूद थे। मीटिंग के दौरान सिद्धू द्वारा 13 सूत्रीय एजेंडा उठाए जाने से सीएम चन्नी इस कदर बिफर गए कि उन्होंने इस्तीफे की पेशकश तक कर डाली, इतना ही नहीं उन्होंने सिद्धू को चैलेंज करते हुए कहा कि वह दो महीने के लिए मुख्यमंत्री बनें और इस 13 सूत्रीय एजेंडे पर कार्रवाई करके दिखाएं।