Rahul Gandhi Varun Gandhi: लंदन में राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयानों पर पिछले चार दिनों से भारतीय संसद रण क्षेत्र बना हुए हैं। बीजेपी लगातार राहुल गांधी से माफी की मांग कर रही है। इस बीच राहुल गांधी के चचेरे भाई वरुण गांधी ने यूके की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की तरफ से ‘मोदी सरकार के प्रदर्शन’ पर बोलने को लेकर आए आमंत्रण को स्वीकार नहीं किया है।
यह आमंत्रण ऑक्सफोर्ड यूनियन के अध्यक्ष मैथ्यू डिक के कार्यालय द्वारा ‘दिस हाउस बिलीव्स मोदीज इंडिया इज द राइट पाथ’ प्रस्ताव पर बोलने के लिए भेजा गया था। निमंत्रण को अस्वीकार करते हुए वरुण गांधी ने कहा कि उन्हें लगता है कि इस तरह के मुद्दों को “भारत के भीतर भारतीय नीति निर्माताओं” के लिए उठाया जाना चाहिए। वरुण ने कहा कि उनका मानना है कि विषय एक “पूर्वनिर्धारित निष्कर्ष के साथ” तय किया गया था।
वरुण गांधी कई मुद्दों पर मोदी सरकार की खुलकर आलोचना कर चुके हैं। ऑक्सफोर्ड यूनियन को अपने जवाब में वरुण ने कहा कि उन्होंने “संसद के भीतर और अन्य मंचों के माध्यम से निरंतर और रचनात्मक तरीके से राष्ट्रीय बहस में भाग लेने को प्राथमिकता दी है।” उन्होंने कहा, “मैं एक अंतरराष्ट्रीय मंच पर आंतरिक चुनौतियों को मुखर करने में कोई योग्यता या ईमानदारी नहीं देखता।”
बीजेपी लगातार राहुल गांधी पर विदेश में भारत को बदनाम करने का आरोप लगा रहा है। बीजेपी का कहना है कि राहुल ने यूके में भारत को बदनाम किया है कि मोदी सरकार के नेतृत्व में देश में लोकतंत्र खतरे में है और उनकी आवाज दबा दी गई है।
वरुण गांधी ने ऑक्सफोर्ड द्वारा निमंत्रण के लिए अपना आभार जाते हुए इसे सम्मान का चिह्न बताया। उन्होंने कहा कि एक महान लोकतंत्र के एक सामान्य नागरिक के लिए इस तरह के आयोजनों में भागीदारी संवाद को सक्षम बनाने और बहस के स्तर को ऊंचा करने की दिशा में एक छोटा सा योगदान हो सकता है। हालांकि, मेरा मानना है कि यह विषय एक पूर्वनिर्धारित निष्कर्ष के साथ है और इसलिए मैं इस अवसर को अस्वीकार करना चाहूंगा।
उन्होंने अपने जवाब में आगे कहा कि भारत विकास और समावेशिता के लिए सही रास्ते पर है – एक ऐसा रास्ता जो आजादी के बाद से पिछले सात दशकों में विभिन्न राजनीतिक संबद्धताओं की सरकारों द्वारा निर्धारित और अनुसरण किया गया है, जिसमें मजबूत आर्थिक विकास, कृषि, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा को पुनर्जीवित करने पर जोर दिया गया है और भारत के हित को पहले रखा गया है।
ऑक्सफोर्ड ने वरुण गांधी को क्यों बुलाया
वरुण को बोलने के लिए क्यों चुना गया गया? इसको लेकर पर ऑक्सफोर्ड यूनियन के आमंत्रण में कहा गया है कि एक सांसद के रूप में वह राजनीति में सक्रिय भागीदार रहे हैं और बीजेपी के एक प्रमुख सदस्य के रूप में उन्होंने स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा जैसे कई क्षेत्रों में सुधार के लिए जोर दिया। बता दें कि यह डिबेट अप्रैल-जून में होनी थी। आमंत्रण और वरुण के मना करने के बारे में पूछे जाने पर ऑक्सफोर्ड यूनियन के अध्यक्ष डिक ने कहा कि वह इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते।