G 20: जी 20 (G 20) देशों के सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का नाम तय है। विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने कहा कि जी-20 सदस्यों की बैठक की मेजबानी वाराणसी करेगा।
उन्होंने कहा कि सभी राज्यों के करीब 55 शहरों में G20 सम्मेलन मनाया जाएगा। विदेश मंत्री ने आगे कहा, “जी 20 का एक बड़ा कार्यक्रम काशी में होना स्वाभाविक है। काशी का महत्व सभी जानते हैं। इसके आयोजन की प्लानिंग जारी है। मेरे यहां आने का एक मकसद ये भी है। बतौर विदेश मंत्री मैं इसकी अध्यक्षता करूंगा।”
सरकार चाहती है कि जी-20 एक राष्ट्रीय उत्सव हो
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार चाहती है कि जी-20 एक राष्ट्रीय उत्सव हो ना की कोई सरकारी कार्यक्रम। उन्होंने कहा कि भारत क्षेत्रीय रूप से अधिक प्रभावी हो गया है। उन्होंने कहा, “एक जमाना था जब दुनिया भारत और पाकिस्तान को बराबरी से देखती थी। आज, कोई भी ऐसा नहीं करता है, यहां तक कि पाकिस्तानी भी नहीं।”
उन्होंने कहा, “सार्क सक्रिय नहीं है क्योंकि इसका एक सदस्य मानता है कि अपने पड़ोसी से निपटना सीमा पार आतंकवाद के अनुकूल है… ऐसे देश हैं जिन्होंने कभी भी हमारी समस्या पर स्पष्ट रुख नहीं अपनाया है, लेकिन हमें उनकी समस्या पर रुख अपनाने के लिए कह रहे हैं।” जयशंकर ने कहा, “हमें एक स्वतंत्र शक्ति बने रहने की आवश्यकता है। दुनिया उस देश का सम्मान करेगी जो अपने लिए खड़ा होता है।”
उन्होंने कहा कि जब दुनिया भारत के उत्थान को देखती है, तो उनके लिए प्रवासी भारतीयों का योगदान और सफलताएं भारत के विकास की कहानी का हिस्सा हैं। यदि इतने सारे भारतीय विदेशों में रहते हैं, तो यह हमारा कर्तव्य है कि हम इसकी (प्रवासी) देखभाल करें।
क्या है जी-20
G-20 या 20 देशों का समूह दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर-सरकारी मंच है। इसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं।