Vandialism In Indian High Commission: अमृतपाल सिंह पर एक्शन को लेकर दुनिया के कई देशों में खालिस्तानी समर्थकों ने प्रदर्शन किया है। ब्रिटेन में भारतीय दूतावास के बाहर प्रदर्शन के बाद सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास के बाहर तोड़फोड़ की गई। इसे लेकर भारत ने कड़ा विरोध जताया है। भारत ने दिल्ली में वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिक अधिकारी को समन भी किया।
व्हाइट हाउस का बयान आया सामने
व्हाइट हाउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा है कि सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास में तोड़फोड़ अस्वीकार्य है और अमेरिका इसकी निंदा करता है। किर्बी ने कहा कि हम निश्चित रूप से उस बर्बरता की निंदा करते हैं, यह बिल्कुल अस्वीकार्य है। विदेश विभाग पूरे मामले को देख रहा है। उचित जांच के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ काम कर रही है। किसी भी तरह भी तोड़फोड़ और नुकसान को जल्द ठीक कराया जाएगा।
भारतीय समुदाय के नेताओं से की मुलाकात
यूके में सोमवार को भारतीय उच्चायोग के बाद तिरंगे के साथ बदसलूकी की कोशिश की गई। इस मामले को लेकर भारत ने कड़ा विरोध जताया। यूके में भारत के उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी और उप उच्चायुक्त सुजीत घोष ने रविवार को उच्चायोग पर हमले के संबंध में इंडिया हाउस में संबंधित भारतीय समुदाय के नेताओं के साथ बैठक की। बता दें कि सोमवार की घटना के बाद भारतीय उच्चायोग के आस-पास सुरक्षा बढ़ा दी गई है और स्कॉटलैंड यार्ड ने इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
तीसरे दिन भी तलाश जारी
वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल सिंह संधू की तलाश तीसरे दिन भी जारी है। केंद्र ने सीमा बलों को चेतावनी दी है कि अमृतपाल पाकिस्तान या नेपाल को पार करने की कोशिश कर सकता है। पंजाब पुलिस ने अमृतपाल के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत कार्रवाई की है। पुलिस ने सोमवार को अमृतपाल के चाचा और ड्राइवर को भी गिरफ्तार किया था। अमृतपाल पर एक्शन को लेकर पंजाब पुलिस हाईअलर्ट पर है। राज्य में इंटरनेट सेवा को भी मंगलवार दोपहर तक बंद किया गया है। इतना ही नहीं कई ट्विटर अकाउंट पर भी रोक लगा दी गई है।