यूपी: 8 महीने की गर्भवती महिला की मौत, 12 घंटे में 8 अस्पताल भटका परिवार, किसी ने नहीं किया एडमिट
महिला के भाई शैलेन्द्र सिंह ने संडे एक्सप्रेस के साथ बातचीत में बताया कि वह अपनी बहन को लेकर जीजा के साथ शहर के कम से कम 6 अस्पतालों में गए थे। इसके बाद दो अस्पतालों में एंबुलेंस से ले जाया गया।

उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर जिले में शुक्रवार को आठ माह की गर्भवती महिला की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि12 घंटे के दौरान जिले के आठ अस्पतालों ने महिला को भर्ती करने से मना कर दिया। समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण उसकी मौत हो गई। महिला को हाई ब्लड प्रेशर के चलते सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
खबर के अनुसार, महिला गाजियाबाद के खोड़ा इलाके की निवासी थी और अब उसके परिवार में पति और एक पांच साल का बेटा बचा है। महिला के भाई शैलेन्द्र सिंह ने संडे एक्सप्रेस के साथ बातचीत में बताया कि वह अपनी बहन को लेकर जीजा के साथ शहर के कम से कम 6 अस्पतालों में गए थे। इसके बाद दो अस्पतालों में एंबुलेंस से ले जाया गया। आरोप है कि अधिकतर अस्पतालों ने बोल दिया कि उनके पास मरीज को भर्ती करने के लिए बेड नहीं है।
परिजनों का आरोप है कि जिन अस्पतालों से गर्भवती महिला को भर्ती करने से मना किया गया, उनमें शारदा अस्पताल भी शामिल है। जब अस्पताल प्रशासन से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मरीज को थोड़ी देर के लिए भर्ती किया गया था और इस दौरान उसे वेंटीलेंटर पर रखा गया और फिर दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया गया था।
इसके बाद महिला को फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल ने बताया कि गंभीर हालत के चलते महिला को कार्डिएक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस में दूसरे अस्पताल रेफर किया गया था।
जब परिजन महिला को आखिर में जिम्स लेकर पहुंचे तो वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। जिम्स ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और ये भी कहा कि अस्पताल में तय लिमिट से ज्यादा मरीज भर्ती हैं। गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने बताया कि इस मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इस जांच में सीएमओ और एडीएम फाइनेंस शामिल होंगे। अधिकारियों को जल्द से जल्द जांच खत्म कर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।
महिला के भाई ने बताया कि ‘पहले वह सेक्टर 24 के ईएसआई अस्पताल गए, जहां से उसे दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया गया। इसके बाद हम सेक्टर 30 स्थित जिला अस्पताल गए, जहां हमें कहा गया कि बेड उपलब्ध नहीं हैं।’ इसके बाद वह शिवालिक अस्पताल गए, जहां महिला कुछ दिन पहले भर्ती थी। वहां भी महिला को भर्ती करने से इंकार कर दिया गया।
परिजनों ने बताया कि इसके बाद फोर्टिस और जेपी अस्पताल ने भी महिला को भर्ती करने से इंकार कर दिया। इसके बाद वह महिला को शारदा, जिम्स, मैक्स हॉस्पिटल लेकर गए लेकिन वहां भी महिला को भर्ती नहीं किया गया। इस दौरान परिजन भूखे प्यासे करीब 12 घंटे तक महिला को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल ले जाते रहे। आखिरकार जिम्स में दोबारा महिला को जब ले जाया गया तो तब तक महिला ने दम तोड़ दिया था।