कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने सर्व समाज के विधायकों से बुधवार को अपील की कि वे बृहस्पतिवार से शुरू हो रहे उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र में ब्राह्मण उत्पीड़न का मामला प्रभावी ढंग से उठायें । प्रसाद ने एक पत्र में कहा, ”मैं प्रदेश में ब्राहमण समाज के लोगों की हत्याओं, हमले एवं बढ़ते अत्याचार की ओर आप सभी सर्व समाज के विधायकों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए आप सभी से अपील करता हूं कि आप सभी दलगत भावना से उपर उठकर आगामी 20 अगस्त से शुरू हो रहे उत्तर प्रदेश विधानसभा के सत्र में अपने अपने जनपदों, विधानसभा क्षेत्रों में ब्राहमण उत्पीड़न के प्रकरणों को सरकार के सम्मुख प्रभावी ढंग से उठाएं।
उन्होंने कहा कि इस सरकार से अन्याय, अत्याचार एवं उपेक्षा पर अविलंब अंकुश लगाने की मांग करें ।”आपके इस कदम के लिए संपूर्ण प्रदेश का ब्राहमण समाज आप सभी का आभारी रहेगा।”
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बातचीत करते हुए कहा, ”उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था, महिलाओं की सुरक्षा, बेरोजगारी, किसानों की आत्महत्या, अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला, पत्रकारों का उत्पीडन, यूरिया का मुद्दा, कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने में सरकार की अक्षमता और बाढ की समस्या जैसे मुददे उठाये जाएंगे।”
उनसे सवाल किया गया था कि बृहस्पतिवार से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र के दौरान पार्टी कौन से मुददे प्रमुखता से उठाएगी । जब पूछा गया कि क्या ब्राह्मण उत्पीडन का मुद्दा भी उठेगा, तो उनका जवाब था, ”कानून व्यवस्था में सब आ जाता है।”
इससे पहले बीजेपी के अपने विधायक ने ही योगी सरकार पर सवाल खड़ा किया था। उन्होंने विधानसभा में पूछने के लिए एक प्रश्न तैयार किया था। उन्होंने सवाल में लिखा था, क्या राज्य के गृह मंत्री बताने की कृपा करेंगे कि वर्तमान भाजपा सरकार के तीन साल से अधिक कार्यकाल में प्रदेश में कितने ब्रह्मणों की हत्या हुई, कितने हत्यारे पकड़े गए? कितने हत्यारों को पुलिस सजा दिलवाने में कामयाब हुई? ब्राह्मणों की सुरक्षा के लिए आगे सरकार की रणनीति क्या है? क्या ऐसे में सरकार ब्रह्मणों को शस्त्र लाइसेंस देने में प्राथमकिता देगी? कितने ब्राह्मणों ने शस्त्र के लिए अप्लाई किया और कितने लाइसेंस जारी हुए।
(भाषा इनपुट्स के साथ)