उत्तर प्रदेश में पुलिस ने कथित रूप से 120 किलोग्राम बीफ बरामद करने का दावा किया है। शनिवार और रविवार को कानपुर की बर्रा थाना पुलिस ने कथित बीफ की खेप के साथ 5 लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस को शक है कि जो मीट उसने बरामद किए हैं वह ‘गोमांस’ है। हालांकि, इसकी पुष्टि के लिए इसे प्रयोगशाला में भेज दिया गया है। पुलिस ने मामले में जिन 5 लोगों को गिरफ्तार किया है उनकी पहचान फैजान आलम (28), महमूद आलाम (35), रिजवान सिद्दीकी (28), दिलशाद अंसारी (24) और मकसूद आलाम (46) के रूप में हुई है।
सभी गिरफ्तार आरोपी कानपुर के रहने वाले हैं। बर्रा थाना के इंचार्ज संतोष सिंह ने बताया कि आरोपियों पर उत्तर प्रदेश गोहत्या निरोधक अधिनियम 1955 के तहत मामला दर्ज किया गया है। सिंह ने कहा कि शनिवार शाम को पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली कि चार पहिया वाहनों में छह लोग प्रतिबंधित मांस ले जा रहे हैं। उन्होंने सचान क्रॉसिंग पर एक वाहन को रोका और दो थैलियों में भरे 120 किलोग्राम मांस को बरामद किया। जिस वाहन से लोग जा रहे थे, उसके मालिक की पहचान हालांकि अभी तक नहीं हो पाई है। फिलहाल वाहन को भी जब्त कर लिया गया है।
थाने के एसएचओ संतोष सिंह ने बताया, “एक पशु चिकित्सक ने मांग के नमूने को एकत्र किए और उन्हें जांच के लिए मथुरा स्थित गाय के मांस के परीक्षण के लिए फॉरेंसिक लैब में भेज दिया गया। हम किसी भी नतीजे पर पहुंचने से पहले लैब की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।” पुलिस ने बताया कि फैजान, महमूद, रिजवान और दिलशाद को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि मकसूद और उसका भाई मस्कर आलम उर्फ पप्पू कुरैशी फरार हो गए। रविवार को मकसूद को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि मस्कर अभी भी फरार है।
सिंह ने बताया, “आरोपियों ने हमें बताया कि उन्होंने शहर के जुही थाना क्षेत्र स्थित अपने घर पर जानवर को मारा था। उन्होंने जाजमऊ में एक दुकान पर मांस ले जाने का भी दावा किया। हालांकि, दुकान बंद मिली। हम दावे को सत्यापित करने के लिए मालिक का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।” एसएचओ संतोष सिंह ने बताया कि फैजान, महमूद, रिजवान और दिलशाद को स्थानीय अदालत ने रविवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।