उत्तर प्रदेश के सीतापुर से बीजेपी विधायक शशांक त्रिवेदी का एक वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में कथित तौर पर विधायक त्रिवेदी किसी से बात करते हुए एसडीएम को जूते से मारने की बात कर रहे हैं। हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद बीजेपी विधायक ने चुप्पी साध ली।
बताया जा रहा है कि मामला सीतापुर के महोली तहसील के पकरिया पांडे गांव में अवैध कब्जे को हटाने से जुड़ा है। वीडियो उस दिन का बताया जा रहा है जिस दिन विधायक घटनास्थल पर पहुंचे थे। दरअसल, गांव में एक जमीन के टुकड़े पर गांव के ही रहने वाले अनुज मिश्रा ने अवैध कब्जा कर मकान बना लिया था। बाद में लेखपाल के अल्टीमेटम के बाद भी जब जमीन से कब्जा नहीं हटाया गया तो प्रशासन ने कार्रवाई की और मकान को ढहा दिया।
पिछले हफ्ते शुक्रवार को एसडीएम ने रेवेन्यू टीम को मौके पर जाकर अवैध कब्जे को ढहाने का आदेश दिया था। यहां तक कि एसडीएम ने प्रभावित परिवार को रहने के लिए जमीन भी दे दी थी। मकान ढहाए जाने के बाद घटना ने तूल पकड़ लिया और सियासत तेज हो गयी।
बाद में शनिवार को घटनास्थल पर पहुंच बीजेपी विधायक ने फिर से निर्माण कार्य शुरू करवा दिया। विधायक ने अधिकारियों पर आरोप लगाया कि गलत कार्रवाई की गयी है। विधायक ने कहा, ‘ एसडीएम की इतनी हिम्मत कि मकान गिराएंगे, उनको जूते से मारेंगे, सही कर देंगे।’ घटना की किसी ने वीडियो बना ली और अब वीडियो वायरल हो रही है।
मामले में विधायक का दावा है कि प्रशासन द्वारा गलत कार्रवाई की गई है जबकि प्रशासन का कहना है कि नक्शा देखने के बाद ही इस तरह की कार्रवाई की गई है और प्रभावित परिवार को रहने के लिए जमीन दे दी गई है।
वहीं बलिया के सिकन्दरपुर क्षेत्र में पुलिस बूथ पर सभा करने व बगैर अनुमति जुलूस निकालने के मामले में समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष समेत छह नेताओं व लगभग डेढ़ सौ अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है और पार्टी के पांच नेताओं को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस सूत्रों ने बुधवार को यहां बताया कि सपा कार्यकर्ताओं ने गत छह सितंबर को सिकन्दरपुर कस्बे में बगैर अनुमति के जुलूस निकाला था तथा वहां स्थित एक पुलिस बूथ पर सभा आयोजित की थी।