भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा अपनी बेबाक टिप्पणी और टीवी डिबेट में खास शैली के जरिए पार्टी की बात रखने के लिए जाने जाते हैं। भाजपा प्रवक्ता अब अपने एक ट्वीट से ट्विटर पर यूजर्स के निशाने पर आ गए हैं। अपने ट्वीट में संबित पात्रा ने ‘शकुनि’ और ‘चाणक्य’ जैसे कैरेक्टर्स का जिक्र करते हुए लिखा कि ‘शकुनि’, ‘चाणक्य’ की तरह नहीं है। अंतर करना सीखिये।’
उनके इस ट्वीट पर कई यूजर्स ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। दीपक जोशी ने लिखा कि ‘अमित शाह जी के रोड शो के बावजूद पुरी में जीत नहीं पाए तो अब उन्हें शकुनि कह रहे हैं ? ये अच्छी बात नहीं है संबित जी’…एक दूसरे यूजर ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि ‘अमित शाह उतना ही चाणक्य हैं जितना पाकिस्तान शांतिप्रिय देश है।’
सतोष बारबते नाम के एक यूजर ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि ‘जो अंधेरे में घटिया से घटिया खेल खेलता है वो ‘शकुनी’ और जो डंके की चोट पर ललकार कर खुलेआम खेल खेलता है वो चाणक्य।’ कृष्ण प्रजापित नाम के एक यूजर ने लिखा कि ‘शकुनि नीति शायद दुश्मनी भुनाने की नीति,जो राजपाट और जो धनधान्य उसका भी विनाश की नीति? चाणक्य नीति किसी आम इंसान को भी राजा बनाने की नीति-आम इंसान को राजा बना देती है?’
आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों के अंदर महाराष्ट्र में जिस तरह से सियासी घमासान मचा और जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी सत्ता की कुर्सी पाने में नाकाम हुई उससे भाजपा के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह के विरोधी उन्हें कमजोर रणनीतिकार बता कर उनपर निशाना साध रहे हैं। महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस ने एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार के साथ मिलकर सरकार लगभग बना ली थी और देवेंद्र फडणवीस ने तो बाकायदा राज्यपाल के पास जाकर शपथ भी ली थी। उस वक्त कहा गया था कि भाजपा और एनसीपी के पास बहुमत साबित करने के लिए जरूरी विधायकों की संख्या है।
लेकिन कुछ ही घंटों के अंदर महाराष्ट्र की पूरी सियासी तस्वीर बदल गई और देखते ही देखते फडणवीस का इस्तीफा हो गया, भाजपा सत्ता से दूर हो गई और यह भी साफ हो गया कि एनसीपी भाजपा के साथ नहीं जाएगी। इस प्रकरण को भाजपा के विरोधी, पार्टी के रणनीतिकारों की विफलता मानते हैं।
