TRP Scam में आरोपी पूर्व BARC CEO पार्थ दासगुप्ता ICU में भर्ती
दासगुप्ता को कथित फर्जी टेलीविजन रेटिंग्स प्वाइंट (टीआरपी) मामले में गिरफ्तार किया गया है। तलोजा जेल में बंद पार्थ दासगुप्ता को हाई ब्लड प्रेशर और साँस लेने में तकलीफ़ होने की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

रेटिंग एजेंसी बार्क के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी पार्थ दासगुप्ता को मध्य मुंबई स्थित राजकीय जेजे अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है। दासगुप्ता को कथित फर्जी टेलीविजन रेटिंग्स प्वाइंट (टीआरपी) मामले में गिरफ्तार किया गया है। तलोजा जेल में बंद पार्थ दासगुप्ता को हाई ब्लड प्रेशर और साँस लेने में तकलीफ़ होने की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
55 वर्षीय पार्थ दासगुप्ता को टेलीविजन रेटिंग पॉइंट्स घोटाले मामले में आरोपी बनाया गया था। जिसके बाद उन्हें मुंबई के तलोजा जेल में भेज दिया गया था। बीते शुक्रवार को अचानक पार्थ दासगुप्ता का ब्लड शुगर लेवल बढ़ गया था जिसके बाद शनिवार को अहले सुबह उन्हें केंद्रीय अस्पताल भेज दिया गया। दासगुप्ता को केंद्रीय अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है और उन्हें ऑक्सीजन भी दी जा रही है।
महाराष्ट्र पुलिस की अपराध शाखा के अनुसार पार्थ दासगुप्ता टीआरपी घोटाले के मुख्य साजिशकर्ता थे। दासगुप्ता ने कई लोगों के साथ मिल कर कुछ खास टीवी समाचार चैनलों को वित्तीय लाभ पहुँचाने के लिए टीआरपी से छेड़छाड़ की। साथ ही मुंबई पुलिस ने अदालत में यह भी कहा था कि रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्णब गोस्वामी ने समाचार चैनल के दर्शकों की संख्या बढ़ाने के लिए दासगुप्ता को ‘‘लाखों रुपये’’ की कथित तौर पर रिश्वत दी थी।
पिछले साल 24 दिसम्बर को कोर्ट ने दासगुप्ता की जमानत अर्जी भी ख़ारिज कर दी थी। दासगुप्ता ने कोर्ट को कहा था कि उनकी उम्र 55 साल हो गयी है और वह मधुमेह जैसी दूसरी अन्य बीमारियों से भी पीड़ित हैं। साथ ही उन्होंने कहा था कि उनके खिलाफ आरोप अटकलों पर आधारित है इसलिए उन्हें जमानत दी जाए। हालाँकि मुंबई की सत्र अदालत ने उन्हें अंतरिम जमानत देने से इंकार कर दिया था।
टीआरपी स्कैम में अब तक करीब 14 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। यह स्कैम पिछले साल अक्टूबर के महीने में सामने आया था। पिछले साल बार्क ने हंसा रिसर्च ग्रुप के जरिए एक शिकायत दर्ज करवायी थी कि कुछ टीवी समाचार चैनल टीआरपी के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं। पिछले साल टीआरपी स्कैम के मामले में ही रिपब्लिक टीवी के सीईओ विकास खानचंदानी को गिरफ्तार किया गया था। विकास के साथ ही रिपब्लिक टीवी के डिस्ट्रीब्यूशन हेड घनश्याम सिंह भी गिरफ्तार हुए थे।