गुरुवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने किसान आंदोलन, पेगासस जासूसी और हरिद्वार में हुए धर्म संसद का जिक्र करते हुए केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। इस दौरान उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों को लेकर कहा कि इस बार के चुनाव में चौधरी भूलेंगे नहीं।
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा करीब 14 मिनट तक लोकसभा में गरजीं। उन्होंने कहा कि आपने हमारे अन्नदाता पर विश्वास नहीं किया जिन्होंने बार-बार कहा था कि कृषि कानून न लाएं। आपने चुनाव में हार के डर से इन कानूनों को वापस लिया और आपको 700 से ज्यादा किसानों की मौत का कोई पछतावा नहीं है। आप किसानों को एमएसपी की गारंटी नहीं दे रहे हैं। आपने हर किसी के साथ धोखा किया। जैसे ही चुनाव नजदीक होते हैं, आप पगड़ी पहन लेते हैं और गठबंधन की पेशकश करते हैं, लेकिन इस बार चौधरी भूलेंगे नहीं कि केंद्रीय मंत्री के बेटे ने पांच किसानों को अपनी गाड़ी से कुचल डाला।
इसके अलावा उन्होंने पेगासस को लेकर सरकार के द्वारा दी गई सफाई पर तंज कसते हुए कहा कि न्यूयॉर्क टाइम्स झूठ बोल रहा है, सिटीजन लैब झूठ बोल रही है, एमनेस्टी झूठ बोल रही है, फ्रांसीसी सरकार झूठ बोल रही है, जर्मन सरकार झूठ बोल रही है, ऐप्पल और व्हाट्सएप जिन्होंने एनएसओ पर मुकदमा दायर किया है, वे झूठ बोल रहे हैं। पेगासस के बारे में सिर्फ मोदी सरकार ही सच बोल रही है।
इस दौरान महुआ मोइत्रा ने यह भी कहा कि यह सरकार इतिहास को बदलना चाहती है, वर्तमान पर भरोसा नहीं करती और भविष्य से डरती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में नेताजी सुभाष चंद्र बोस और अन्य महापुरुषों का उल्लेख केवल कहने के लिए किया गया लेकिन यह सरकार उनका अनुसरण नहीं करती। मोइत्रा ने कहा कि नेताजी ने कहा था कि सरकार को सभी धर्मों के प्रति तटस्थ रवैया रखना चाहिए और यदि वह होते तो क्या पिछले दिनों हुए हरिद्वार धर्मसंसद में मुसलमानों के खिलाफ कथित बयानबाजी होने देते।
महुआ मोइत्रा ने यह भी आरोप लगाया कि यह सरकार डरती है इसलिए विरोधियों को दबाने के लिए सीबीआई अधिकारियों का कार्यकाल बढ़ाया जा रहा है और नौकरशाहों से डरती है इसलिए आईएएस कैडर ला रही है।