बंगालः फ्रंटलाइन वर्कर्स को पहले दिन न मिल पाई वैक्सीन, पर ममता के MLAs पा गए टीका; गर्माया विवाद
टीकाकरण अभियान के शुरुआत से पहले ही प्रधानमंत्री मोदी ने देश के नेताओं से अपनी बारी आने पर ही टीका लगाने की अपील की थी। लेकिन प्रधानमंत्री की इस अपील का असर तृणमूल नेताओं पर नहीं हुआ। पश्चिम बंगाल में सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस के दो विधायकों ने नियमों को ताक पर रखते हुए कोरोना की वैक्सीन लगवा ली।

टीकाकरण अभियान के शुरुआत से पहले ही प्रधानमंत्री मोदी ने देश के नेताओं से अपनी बारी आने पर ही टीका लगाने की अपील की थी। लेकिन प्रधानमंत्री की इस अपील का असर तृणमूल नेताओं पर नहीं हुआ। पश्चिम बंगाल में सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस के दो विधायकों ने नियमों को ताक पर रखते हुए कोरोना की वैक्सीन लगवा ली। नियम तोड़ कर कोरोना टीका लगाने वाले विधायकों की पहचान सुभाष मंडल और रवींद्र नाथ चटर्जी के रूप में की गयी है। बंगाल में टीकाकारण का आलम यह रहा कि यहाँ फ्रंटलाइन्स वर्कर्स को ही वैक्सीन नहीं मिल पा रही है।
केंद्र सरकार ने टीकाकरण के पहले चरण में हेल्थवर्कर्स और फ्रंट लाइन वर्कर्स को निशुल्क वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा है लेकिन इसके बावजूद नेताओं में टीका लगाने की होड़ मची हुई है। इतना ही नहीं बंगाल में कई जगहों पर हेल्थ वर्कर्स को ही टीका नहीं लग पाया। वर्धमान मेडिकल कॉलेज की एक नर्स ने कहा कि उन्हें सुबह 9 बजे टीका लगवाने बुलाया गया था। वह समय पर भी पहुंची लेकिन इसके बावजूद उन्हें टीका नहीं लगाया गया। हालाँकि ममता बनर्जी ने कहा था कि केंद्र सरकार ने बंगाल के लिए कोरोना वैक्सीन कम संख्या में भेजी है जिसपर भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने उनके बयान को शर्मनाक करार दिया।
नेताओं के द्वारा कतार तोड़ कर वैक्सीन लगाने की घटना को लेकर बीजेपी ने ममता बनर्जी के काम काज पर ही सवाल खड़ा कर दिया है। विधयाकों के वैक्सीन लगाने की घटना पर कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कोरोना वैक्सीन की हुई लूट। देश के प्रधानमंत्री मोदी जी ने कोरोना वॉरियर्स, स्वास्थ्यकर्मियों एवं फ्रंटलाइन वर्कर के लिए फ्री कोरोना वैक्सीन भेजी। मगर बंगाल में तृणमूल के विधायक और गुंडों ने ज़बरदस्ती वैक्सीन लगवा ली।
शनिवार को देशभर के अलग अलग हिस्सों में करीब 1 लाख 91 हजार 181 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया। टीकाकरण को लेकर ममता बनर्जी ने एक बयान जारी कर केंद्र सरकार से राज्य के लोगों को मुफ्त में कोरोना टीका देने का अनुरोध किया और कहा कि राज्य सरकार इसका पूरा खर्च उठाने को तैयार है। वहीँ पंजाब के मुख्यमंत्री ने भी प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर राज्य में वैक्सीन की मुफ्त आपूर्ति करने का आग्रह किया।