ठुकराल पहले भी दो साल तक फेसबुक पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर (भारत और दक्षिण एशिया) के लिए काम कर चुके हैं। TIME के मुताबिक ठुकराल 2014 के आम चुनाव के समय बीजेपी से जुड़े हुए थे। बीजेपी नेता की एक विवादित पोस्ट को लेकर जब मीटिंग हुई थी तो वह बीच से ही उठकर निकल गए थे। इसे हेट स्पीच का दर्जा दिए जाने के बाद भी हटाया नहीं गया और एक साल तक पब्लिक प्लैटफॉर्म पर बनी रही। हालांकि फेसबुक ने कहा है कि दास के इस्तीफे का हेट स्पीच वाले मामले से कोई लेना देना नहीं है।
फेसबुक इंडिया के एमडी अजीत मोहन ने कहा, ‘आंखी समाज सेवा करना चाहती हैं इसीलिए उन्होंने इस्तीफा दिया है। आंखी हमारी ऐसी अधिकारी रही हैं जिन्होंने पिछले 9 साल में कंपनी के लिए बहुत काम किया।’ दास को पिछले महीने संसद की स्थायी समिति में डेटा प्रोटेक्शन बिल को लेकर फेसबुक के स्टैंड के बारे में पूछने के लिए भी बुलाया गया था।
देश में कांग्रेस और अन्य पार्टियां आरोप लगा चुकी हैं कि फेसबुक बीजेपी का पक्ष लेता है। अब तो ये भी बातें चलने लगी हैं कि आंखी दास बीजेपी में शामिल हो सकती हैं। कांग्रेस समेत दूसरे राजनीतिक दल आरोप लगा सकते हैं कि आंखी बीजेपी में शामिल होंगी और उनके जरिए बीजेपी पश्चिम बंगाल में फायदा उठाने की कोशिश करेगी। तृणमूल कंग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि जनसेवा का मतलब आजकल बीजेपी में शामिल होना ही हो गया है। वह बीजेपी का टिकट पाना चाहती हैं और राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है।