तमिलनाडु की राजनीति में अभी तक एक दूसरे के हमकदम रहे अन्नाद्रमुक और बीजेपी के संबंधों में खटास आती दिख रही है। दरअसल बीजेपी की आईटी सेल के तीन पदाधिकारियों ने अपनी पार्टी को अलविदा कहा तो अन्नाद्रमुक ने उनको अपने साथ ले लिया। बीजेपी के स्टेट चीफ के अन्नामलाई इस हरकत पर भड़क गए। उन्होंने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि कुरुक्षेत्र की लड़ाई से पहले सभी को अपनी जगह चुनने की आजादी मिली थी। अभी लड़ाई (तमिलनाडु) को शुरू होने में कुछ महीने का समय बचा है। तब तक सभी को अपनी अपनी जगह ले लेने दो।
भाजपा की आईटी सेल के पूर्व राज्य सचिव दिलीप कन्नन समेत तीन पदाधिकारी मंगलवार को अन्नाद्रमुक में शामिल हुए। अन्नाद्रमुक के अनुसार पार्टी के अंतरिम प्रमुख के. पलानीस्वामी की मौजूदगी में कन्नन समेत भाजपा के तीन कार्यकर्ता मंगलवार को अन्नाद्रमुक में शामिल हुए। इनमें एक महिला पदाधिकारी भी हैं। तमिलनाडु भाजपा की आईटी शाखा के प्रमुख सीटीआर निर्मल कुमार ने कुछ दिनों पहले पार्टी छोड़ दी थी। वो अन्नाद्रमुक में शामिल हो गए थे। उसके बाद पार्टी के तीन और सदस्य अन्नाद्रमुक में शामिल हुए हैं। बीजेपी को तकलीफ ये है कि खुद के. पलानीस्वामी ने सभी को पार्टी में शामिल कराया। हालांकि अभी तक अन्नाद्रमुक का बीजेपी से तालमेल रहा है। ये अभी तक जारी है। लेकिन कुछ दिनों पहले अन्नाद्रमुक की तरफ से कहा गया था कि बीजेपी के साथ तालमेल को लेकर पार्टी नए सिरे से विचार करने जा रही है। हम अपनी शर्तों पर तालमेल करेंगे।
के अन्नामलाई ने अन्नाद्रमुक को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर हम शापिंग (खरीद फरोख्त) के लिए निकले तो हमारी लिस्ट थोड़ी लंबी होगी। उनका कहना था कि तमिलनाडु का प्रमुख राजनीतिक दल बीजेपी के नेताओं के सहारे खुद को मजबूत बनाने की कोशिश कर रहा है। इससे साफ है कि बीजेपी की सूबे की राजनीति में क्या अहमियत है। उनका कहना था कि किसकी खरीद फरोख्त करनी है ये हम समय को देखकर तय करेंगे।
तमिलनाडु बीजेपी चीफ का कहना था कि वो खुश हैं कि अन्नाद्रमुक बीजेपी के दूसरे तीसरे और चौथे दर्जे के नेताओं के सहारे खुद को मजबूत कर रही है। उनका कहना था कि सबसे अहम चीज ये है कि खुद पलानीस्वामी ने सभी को अन्नाद्रमुक में शामिल कराया। ये हमारी अहमियत को दर्शाता है।