‘छिपने-छुपाने’ में अनुभवी है मोदी सरकार’, कांग्रेस नेता बोले- अहमदाबाद में गरीबी छिपाने को बनाई दीवार, पर प्लेन से डोनाल्ड ट्रंप को सब दिखेगा
कांग्रेस पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा, "अगर किसी बीमारी का इलाज करना है, तो पहले उसे स्वीकार करना पड़ेगा। मगर, भाजपा नाकामियों को स्वीकारती ही नहीं है।"

कांग्रेस ने अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज द्वारा भारत की आर्थिक विकास दर का अनुमान घटाए जाने को लेकर मंगलवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि सरकार अर्थव्यवस्था से जुड़े आंकड़ों को छिपाने के बाद अब गरीबी को दीवार के पीछे छिपाने का प्रयास कर रही है। पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने यह दावा भी किया कि सरकार ने देश के आम लोगों के खिलाफ युद्ध छेड़ रखा है।
वल्लभ ने संवाददाताओं से कहा, “आज सच सबके सामने है। भाजपा की पसंदीदा रेंटिंग एजेंसी मूडीज ने 2020 के लिए भारत का विकास अनुमान 5.4 फीसदी रहने की उम्मीद जताई है। भाजपा सरकार आंकड़े छिपाकर लोगों के सामने युद्ध की स्थिति क्यों उत्पन्न करना चाहती है?”
उन्होंने आरोप लगाया, “भाजपा ने महिलाओं, युवाओं, छात्रों, किसानों, व्यापारियों और आम आदमी के खिलाफ युद्ध छेड़ रखा है।” वल्लभ ने कहा, “खपत कम होने पर गरीबी बढ़ती है। 2005-2015 के दौरान देश में गरीबी का सबसे ज्यादा उन्मूलन (27.1 करोड़ लोग) हुआ है। इसका श्रेय मनरेगा को दिया गया।” कहा कि सरकार पिछली कांग्रेस सरकार के प्रयासों और उपलब्धियों को कम आंकना चाहती है और अपनी नाकामियों को छिपाने का प्रयास करती है।
कांग्रेस प्रवक्ता प्रोफेसर गौरव वल्लभ ने आजतक से कहा – अहमदाबाद में झुग्गी की हकीकत ट्रंप से क्यों छुपा रहे हैं प्रधानमंत्री, हवाई जहाज़ से तो सब दिखेगा
देखिए @patelanandk की रिपोर्ट। #ReporterDiary
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कांग्रेस नेता ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रस्तावित गुजरात दौरे का हवाला देते हुए तंज किया, “गुजरात मॉडल की बात करने वाले अब वहां की गरीबी को छिपाने के लिए दीवार बनवा रहे हैं। अर्थव्यवस्था के आंकड़े छिपाने के बाद अब सरकार गरीबी को दीवार के पीछे छिपाने का प्रयास कर रही है।”
उन्होंने कहा, “अगर किसी बीमारी का इलाज करना है, तो पहले उसे स्वीकार करना पड़ेगा। मगर, भाजपा नाकामियों को स्वीकारती ही नहीं है।” वल्लभ ने कहा, “विनिर्माण में 23 में से 16 सेक्टर की हालत खराब है। हमारी सरकार से मांग है कि आंकड़े छिपाए नहीं, बल्कि इनको सार्वजनिक करें ताकि उन पर चर्चा हो सके। भारत में शक्ति है कि वो इनसे निपट सकता है।”
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