सुब्रमण्यम स्वामी बोले- वित्त मंत्री बना दिया जाए तो जेटली से बेहतर साबित होऊंगा
सुब्रमण्यम स्वामी ने कार्यकम में कहा कि जेटली सिर्फ एक वकील हैं जबकि मैं एक अर्थशास्त्री हूं। स्पष्ठ है कि कौन बेहतर वित्त मंत्री बन सकता है।

बीजेपी के फायर ब्रांड नेता और राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने शनिवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि एक अर्थशास्त्री के तौर पर वह अरुण जेटली से बेहतर वित्त मंत्री साबित होंगे, जेटली सिर्फ एक वकील हैं। इंडिया टुडे माइंड रॉक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने आए सुब्रमण्यम स्वामी ने कार्यकम में कहा कि जेटली सिर्फ एक वकील हैं जबकि मैं एक अर्थशास्त्री हूं। स्पष्ठ है कि कौन बेहतर वित्त मंत्री बन सकता है। स्वामी की ओर से यह बयान अपने सामने मौजूद पैनलिस्ट और लोकसभा के सदस्य असादुद्दीन ओवैसी द्वारा मुद्रास्फीति को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा।
कार्यक्रम के होस्ट ने स्वामी से पूछा कि आपके और वित्त मंत्री जेटली के बीच हमेशा भारत-पाक जैसा तनाव क्यों रहता है। इसके जवाब में स्वामी ने कहा कि उत्तर और दक्षिण भारत के ब्राह्मणों के बीच हमेशा संघर्ष या खींचतान रहती है। बता दें कि सुब्रमण्यम स्वामी तमिलनाडु से हैं और वित्त मंत्री जेटली दिल्ली के हैं, जो पंजाब से ताल्लुक रखते हैं।
गौरतलब है कि कुछ महीने पहले जेटली और स्वामी के बीच का विवाद खुलकर सामने आया था। मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन और आर्थिक मामलों के सचिव शशिकांत दास को लेकर दोनों नेताओं के बीच जमकर जुबानी जंग हुई थी। स्वामी ने अरविंद सुब्रमण्यन पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर कहा था, ‘अमेरिकी कांग्रेस को 13 मार्च 2013 को किसने कहा था कि अमेरिकी फार्मा उद्योग के हितों की रक्षा के लिए भारत के खिलाफ कार्रवाई करना चाहिए। अरविंद सरकार के खिलाफ काम कर रहे हैं लिहाजा उन्हें तुरंत हटा देने चाहिए। इस मामले में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ट्वीट कर मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन और आर्थिक मामलों के सचिव शशिकांत दास का बचाव किया था।
स्वामी ने अरविंद और शशिकांत से पहले आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी थी। बाद में रघुराम राजन ने चिट्ठी लिखकर बताया था कि वो कार्यकाल खत्म होने के बाद वापस एकेडमिक्स में चले जाएंगे। आरबीआई गवर्नर के पद से रघुराम राजन 4 सितंबर को रिटायर हो गए हैं।