कृषि कानूनः धरे रह गए किसान नेताओं के दावे! पर ट्रैक्टर परेड में पथराव, तोड़फोड़ और ट्रैक्टर दौड़ाने से लेकर तलवार से हमले का हुआ प्रयास
किसान यूनियनों ने पुलिस को आश्वासन दिया कि ट्रैक्टर परेड आधिकारिक गणतंत्र दिवस के समापन के बाद ही शुरू होगी, लेकिन सिंघु बार्डर, टिकरी और गाजीपुर बार्डर पर किसानों ने समय से पहले मार्च शुरू कर दिया।

कृषि कानूनों के विरोध में गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली निकालने के ऐलान के साथ किसान नेताओं ने तमाम दावे किए थे। हालांकि मंगलवार को ट्रैक्टर परेड निकालने के दौरान निहंग रक्षकों ने अक्षरधाम मंदिर के पास तलवारें लहराईं। पुलिस ने उनको रोकने की कोशिश की तो वे उनसे भी भिड़ गए। ट्रैक्टर परेड में शामिल किसानों ने अक्षरधाम और नोएडा मोड़ के पास बैरिकेड और सीमेंटेड बैरियर्स को तोड़ने की कोशिश की तो पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़कर उनको नियंत्रण में करना पड़ा। इससे पहले किसान नेता दर्शन पाल, योगेंद्र यादव, राकेश टिकैत आदि ने शांति पूर्ण प्रदर्शन का दावा किया था।
जवाबी कार्रवाई में उत्तेजित प्रदर्शनकारी अपनी तलवारों के साथ पुलिस कर्मियों की ओर भागने लगे। सीसीटीवी कैमरे में पुलिस तलवार लेकर दौड़ते किसानों को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ते साफ दिख रही है।
इस बीच, पुलिस ने गाजीपुर सीमा के पास शाहदरा के चिंतामणि चौक पर प्रदर्शनकारी किसानों पर लाठीचार्ज किया। यहां पर भी किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ बैरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश की थी। उधर, दिल्ली-नोएडा सीमा पर एक स्टंट के दौरान दो किसानों के साथ एक ट्रैक्टर पलट गया।
किसानों की यूनियनों ने दिल्ली पुलिस को आश्वासन दिया कि उनकी ट्रैक्टर परेड आधिकारिक गणतंत्र दिवस के समापन के बाद ही शुरू होगी, लेकिन सिंघु बार्डर, टिकरी और गाजीपुर बार्डर पर कैंप लगाकर बैठे किसानों ने समय से पहले राष्ट्रीय राजधानी में मार्च करना शुरू कर दिया।
सूत्रों के मुताबिक सुरक्षाकर्मियों ने किसानों को निर्धारित योजना का पालन करने के लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने और जबरन शहर में घुस गए। इससे झड़पें हुईं। करनाल बाईपास और आईटीओ पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेडिंग तोड़ दी। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस कर्मियों पर भी हमला किया। आईटीओ के पास एक पुलिस वाहन में तोड़फोड़ की गई। यहां पुलिस ने किसानों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया है और उन्हें अपनी ट्रैक्टर रैली के साथ आगे बढ़ने से रोका गया। आईटीओ के पास ही एक डीटीसी बस में भी तोड़फोड़ की गई।