G-23 नेताओं के प्रति कांग्रेस चीफ सोनिया गांधी ने फिर से नरम रुख दिखाते हुए संकेत दिया है कि वो पार्टी के सभी नेताओं को साथ लेकर आगे बढ़ना चाहती हैं। 2024 के लिए सोनिया गांधी ने जो पॉलिटिकल अफेयर्स ग्रुप बनाया है उसमें G-23 के गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा को जगह दी है। ये ग्रुप उनके सलाहकार के तौर पर काम करेगा।
हालांकि अभी तक ये साफ नहीं हो सका है कि कांग्रेस इन दोनों नेताओं को राज्यसभा में भेजेगी या नहीं। अभी के दौर में पार्टी 9-10 सीटों पर अपने नेताओं को ऊपरी सदन भेज सकती है। अब ये देखा जाना बाकी है कि पॉलिटिकल अफेयर्स ग्रुप में जगह देने का ये मतलब तो नहीं कि रास में अब ये दोनों नहीं जाएंगे। पॉलिटिकल अफेयर्स ग्रुप में राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, अंबिका सोनी, दिग्विजय सिंह, केसी वेणुगौपाल के साथ असम के इंचार्ज जितेंद्र सिंह को भी जगह दी गई है। ग्रुप में जितेंद्र की नियुक्ति चौंकाने वाली है। वो राहुल के करीबी हैं।
सोनिया ने 2024 को लेकर एक टॉस्क फोर्स का गठन भी किया है जिसमें उन्होंने चुनाव रणनीतिकार सुनील कनुगोलू को जगह दी है। प्रशांत किशोर को मामले को देखकर ये नियुक्ति काफी अहम मानी जा रही है। कांग्रेस प्रशांत को जो जिम्मा देना चाहती थी थी। फिलहाल उस पर सुनील काबिज हो गए हैं। खास बात है कि उदयपुर के चिंतन शिविर में सोनिया गांधी ने दोनों ग्रुपों के गठन करने की घोषणा की थी। उस पर अमल करते हुए ही ये सारी नियुक्तियों का ऐलान किया गया है।
टॉस्क फोर्स में पी चिदंबरम, मुकुल वासनिक, जयराम रमेश, केसी वेणुगौपाल, अजय माकन, प्रियंका गांधी, रणदीप सुरजेवाला को भी जगह दी गई है। ये फोर्स तमाम ग्रुपों के साथ समन्वय स्थापित कर 2024 के लिए अपनी रणनीति बनाएगा। खास बात है कि सुनील कनगोलू कभी प्रशांत किशोर के साथ काम कर चुके हैं। अब साफ है कि वो मेन टीम का हिस्सा होंगे।
मंगलवार को सोनिया ने भारत यात्रा को लेकर सेंट्रल प्लानिंग ग्रुप की भी घोषणा की। ये यात्रा 2 अक्टूबर से शुरू होगी। इसमें मेंबर्स के तौर पर दिग्विजय सिंह, सचिन पायलट, शशि थरूर, रवनीत सिंह बिट्टू, जोथी मनि, प्रद्युत बोरदोलोई, केजी जॉर्ज, जीतू पटवारी और सलीम अहम के नाम शामिल हैं।