शनिवार को यूपी के मेरठ पहुंचे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बूथ अध्यक्ष सम्मेलन में भाग लिया और इस कार्यक्रम को संबोधित भी किया। इस संबोधन के दौरान उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया, जिससे सोशल मीडिया पर यूजर्स ने उन्हें जमकर ट्रोल कर दिया।
जेपी नड्डा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जब कोरोना काल शुरू हुआ तो सभी राजनीतिक पार्टियां आइसोलेशन में चली गईं, लेकिन भाजपा कार्यकर्ता जान हथेली पर लेकर राष्ट्र की सेवा में निकल गए। उन्होंने कहा- “मैं गर्व से कह सकता हूं कि मुझे ऐसी पार्टी का अध्यक्ष बनने का मौका मिला। कोरोना आने पर सभी पार्टियां क्वारंटाइन में चली गईं। वे हाइबरनेशन, आइसोलेशन में चले गए। बाहर कोई कार्यकर्ता नजर नहीं आया, लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं ने देश की सेवा के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दी”।
उनके इसी ट्वीट को लेकर यूजर्स ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया। संदीप (@sarohasandeep) नाम के यूजर ने इस ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए कहा- “मस्त जोक है यार एक और सुना”।
ट्विटर यूजर अशरफ (@AsrafCH1) ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा- “कोई ऐसा झूठ कैसे बोल सकता है? सोच भी नहीं सकते.. जरा भी शर्म नहीं”?
बीजेपी के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए राजशेखर तलवार (@RajshekharTalw2) ने लिखा- नड्डा महाराज और कितना गिरोगे, गिरने की भी औकात नहीं। झूठ बोलना भाजपा का जन्म सिद्ध अधिकार है। ऐसे मुझे पता था लेकिन उससे बदतर झूठ बोलना आपका भी अधिकार है, ऐसे मुझे आज लगा। आपसे लेकर सभी भाजपा के चट्टे-बट्टे गुल हो गये थे, निकला था सिर्फ कांग्रेस पार्टी, राहुल गांधी और उसके लोग”।
इस रैली में नड्डा ने समाजवादी पार्टी पर भी जमकर निशाना साधा है। उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि हम प्रजातंत्र के पुजारी हैं और विपक्ष दंगातंत्र का पुजारी है। भाजपा सरकार से पहले की सरकार में पांच वर्ष में यूपी में 700 से ज्यादा दंगे हुए थे और 112 लोग मारे गए थे।
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए नड्डा ने कहा कि आज सपा के नेता अपना पुराना चेहरा ढककर, नए चेहरे में आने का प्रयास कर रहे हैं। ये नई सपा नहीं है, ये वही सपा है। आगे उन्होंने कहा कि पहले जब 15 आतंकी पकड़े गए थे, तब अखिलेश जी की सरकार ने उन्हें निर्दोष बताकर छुड़वा लिया था, बाद में कोर्ट के आदेश के बाद उन्हें फिर से गिरफ्तार किया गया था।