केदारनाथ धाम में पिछले कुछ दिनों से मौसम खराब होने और रुक-रुक कर बर्फबारी होने से यात्रा की तैयारियों में बाधा आ रही है क्योंकि यहां आने के पैदल मार्ग एक बार फिर ताजा बर्फ से भर गए हैं। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को खुल रहे हैं और यात्रा की तैयारियों के लिए अब एक माह से भी कम का समय बचा है।
पिछले कुछ दिनों में हुई बर्फबारी से कुबेर आदि क्षेत्रों के पास बड़े हिमखंड आ गए हैं, जिनसे पैदल यात्रा मार्ग फिर अवरुद्ध हो गया है। खराब मौसम के बीच मार्ग को सुचारु बनाए रखने के लिए रुद्रप्रयाग जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने श्री केदारनाथ मंदिर की यात्रा को सुगम एवं सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए अधिकारियों को 15 अप्रैल तक की समय सीमा दी है।
प्राधिकरण के अभियंता सुरेंद्र रावत ने बताया कि केदारनाथ धाम के यात्रा मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य पहले ही पूरा कर लिया गया था और आवाजाही के लिए रास्ता खोल दिया गया था। हालांकि, उन्होंने कहा कि खराब मौसम के चलते अब फिर से कई स्थानों पर हिमखंड आने से रास्ता बंद हो गया है। अभियंता ने बताया कि यात्रा मार्ग को सुचारू करने के लिए श्रमिकों को काम पर लगाया गया है, लेकिन खराब मौसम के कारण उन्हें कार्य करने में काफी परेशानी हो रही है।
उन्होंने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में भी श्रमिक बर्फ हटाने का कार्य कर रहे हैं ताकि मार्ग को आवाजाही के लिए जल्द से जल्द खोला जा सके। केदारनाथ यात्रा के लिए पैदल मार्ग को साफ किया जा रहा है। लेकिन मार्ग से बर्फ हटाने वाली टीमों को बहुत मुश्किल हालातों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा, केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग में टूटी रेलिंग का मरम्मत कार्य तेजी से किया जा रहा है। जल संस्थान द्वारा यात्रा मार्ग में तीर्थ यात्रियों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराए जाने के लिए पेयजल स्टैंड पोस्ट, हैंडपंप एवं पेयजल लाइनों का मरम्मत कार्य तेजी से किया जा रहा है।