पुलवामा हमले के बाद 100 से ज्यादा बार टूटा सीजफायर, जवाब देने को सेना ने उतारी बोफोर्स
रजौरी जिले के सुंदरबनी सेक्टर में 6 मार्च की पूरी रात सीमा पार से भीषण गोलाबारी एवं गोलीबारी होती रही, जबकि पुंछ जिले के कृष्णा घाटी सेक्टर में बुधवार तड़के गोलीबारी शुरू हुई। अधिकारियों के अनुसार पाकिस्तान ने रजौरी के नौशेरा सेक्टर में भी अग्रिम इलाकों को निशाना बनाया।

भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के बीच, रक्षा सूत्रों ने बुधवार (6 मार्च) को बताया कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान से लगती सीमा से अपने अतिरिक्त सिपाहियों और सैन्य उपकरणों को हटाकर कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर विभिन्न संवेदनशील सेक्टरों में तैनात किया है। भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा पर असैन्य इलाकों को निशाना बनाने को लेकर बुधवार को पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी जारी की है और कहा है कि उसके आगे की उकसावे की कार्रवाई या दुस्साहस के ‘गंभीर परिणाम’ होंगे। सरकारी सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान ने 155 एमएम तोपों से नौशेरा सेक्टर में अग्रिम चौकियों को निशाना बनाया जिसका जवाब भारतीय सेना ने बोफोर्स तोप से दिया। इसके बाद पाकिस्तान को चेतावनी जारी की गई। सूत्रों ने बताया कि दोनों सेनाओं के सैन्य अधिकारियों ने मंगलवार को हॉटलाइन पर बात की थी। इस दौरान भारत ने पाकिस्तान से नियंत्रण रेखा पर असैन्य आबादी को निशाना नहीं बनाने को कहा।
सेना ने एक बयान में कहा, ‘‘असैन्य इलाकों को निशाना नहीं बनाने की पाकिस्तानी फौज को हमारी चेतावनी के बाद नियंत्रण रेखा पर स्थिति कुल मिलाकर अपेक्षाकृत शांत रही।’’ बयान के मुताबिक, पाकिस्तानी फौज ने कृष्णा घाटी और सुंदरबानी में चयनित इलाकों में भारी कैलिबर के हथियारों से भारी और बिना उकसावे की गोलीबारी की और भारतीय चौकियों और असैन्य इलाकों को मोर्टार बमों से निशाना बनाया। इसमें कहा गया है कि इसका भारतीय सेना ने प्रभावी तरीके से जवाब दिया।
बयान में यह भी बताया गया है कि नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। पाकिस्तान ने आगे कोई ‘उकसावे की कार्रवाई की या दुस्साहस’ किया तो उसका मुंह तोड़ तरीके से जवाब दिया जाएगा और गंभीर परिणाम होंगे। भारत की ओर से 26 फरवरी को पाकिस्तान में बालाकोट के पास जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी प्रशिक्षण अड्डों पर बमबारी करने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया। पुलवामा आतंकी हमले के बाद एलओसी पर 100 से ज्यादा संघर्षविराम का उनल्लंघन हो चुका है। एक अधिकारी ने कहा, “पुलवामा हमले के बाद रोज करीब तीन बार सीजफायर तोड़ा जा रहा है।”
सूत्रों ने बताया कि बालाकोट पर हमले के बाद, पाकिस्तान ने अफगानिस्तान से लगती अपनी सीमा से अतिरिक्त सिपाहियों और सैन्य उपकरणों को नियंत्रण रेखा के पास कई संवेदनशील सेक्टरों में अग्रिम स्थलों पर तैनात किया है। पाकिस्तान ने 27 फरवरी को भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की नाकाम कोशिश की थी।
पाकिस्तानी सेना ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के रजौरी और पुंछ जिलों में नियंत्रण रेखा के नजदीक कई अग्रिम चौकियों और गांवों को निशाना बनाकर गोलीबारी की। दोपहर को सुंदरबनी, नौशेरा और कृष्णाघाटी सेक्टरों में सीमापार से गोलीबारी और गोलाबारी रूक गई। अधिकारियों के मुताबिक भारतीय सेना ने भी मजबूत और प्रभावी जवाब दिया। इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है हालांकि कई मकान एवं गोशालाएं समेत कुछ ढांचों को नुकसान पहुंचा है।