केंद्र की “हर घर तिरंगा” मुहीम पर अब नई सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस के आरोपों का भारतीय जनता पार्टी ने भी जवाब दिया है। इस पर हो रही एक टीवी डिबेट में राजनीतिक विश्लेषक ने कांग्रेस को घेरा है और इतिहास की बातों का हवाला देते हुए कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर चाहते थे कि राष्ट्रीय ध्वज भगवा रंग का होना चाहिए, लेकिन वो ये भी जानते थे कि नेहरू ऐसा होने नहीं देंगे।
उन्होंने कहा, “डॉ अंबेडकर भी चाहते थे कि देश का राष्ट्र ध्वज भगवा हो, उन्होंने कहा था कि मैं जाऊंगा, तुम दिल्ली एयरपोर्ट पर इसके लिए प्रदर्शन करना, लेकिन मैं जानता हूं कि ये नेहरू होने नहीं देगा।” उन्होंने कहा कि भारत को तोड़ने के लिए किए गए हस्ताक्षर संघ के नहीं नेहरू के हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि शायद कांग्रेस को जानकारी नहीं, लेकिन राष्ट्रीय ध्वज को पहले निजी संस्थान फहरा नहीं सकते थे।
आरएसएस द्वारा 52 साल झंडा नहीं फहराने के कांग्रेस के आरोप पर संगीत रागी ने कहा, “संगठन शुरुआत से यह मानता रहा कि इस देश का जो राष्ट्र ध्वज हो वो भगवा होना चाहिए। भगवा इसलिए क्योंकि हमारे देश सनातन संस्कृति का प्रतीक रहा है। चाहे महाभारत काल हो या भगवान राम का ध्वज हो या अर्जुन का ध्वज हो या हनुमान जी का ध्वज हो। ये हमारा प्रतीक रहा है उसके प्रति एक बहुत बड़ी हमारी सांस्कृतिक विरासत रही है।”
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लेकर भी कांग्रेस को घेरा और कहा कि वो इटली की नागरिक थीं, जिन्होंने बहुत बाद में भारत की नागरिकता ली और फिर कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व करना शुरू कर दिया इसलिए यह कांग्रेस मूलत: इटालियन कांग्रेस है।
उन्होंने आगे कहा, “सोनिया गांधी के मन में देश की संस्कृति और सभ्यता के लिए कभी कोई भाव नहीं रहा।”