सदन की कार्यवाही के दौरान ऐसे कई अवसर आये हैं जब माननीयों के आचरण की आलोचना हुई है। ऐसे में बिहार से एक नया मामला सामने आया है। बता दें कि बिहार विधानसभा परिसर में दरभंगा के भारतीय जनता पार्टी के विधायक संजय सरावगी और राष्ट्रीय जनता दल के विधायक व प्रवक्ता भाई वीरेंद्र की आपसी भिड़ंत में खूब अभद्र भाषा का प्रयोग हुआ। इसको लेकर दोनों की आलोचना भी हो रही है।
दरअसल मिली जानकारी के मुताबिक बिहार विधानसभा के सत्र की कार्यवाही शुरू होने से पहले भाजपा और राजद विधायक मीडियाकर्मियों से बात कर रहे थे। इसी दौरान दोनों में विवाद शुरू हो गया। स्थिति ऐसी आ गई कि मीडियाकर्मियों को बीच-बचाव करना पड़ा।
आरोप के मुताबिक राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने आवेश में कहा कि तुम्हारी उम्र ही क्या है? मिलावटी पैदाइश है तुम्हारी। तुमको यहीं पटक कर मारेंगे। जिसके बाद भाजपा विधायक ने देख लेने की धमकी दी।
राजद विधायक ने आरोप लगाया कि संजय सरावगी से वो सीनियर हैं। इसके बाद भी वो बदतमीजी से पेश आये। मेरे संस्कार पर सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि हम किसी के साथ बदतमीजी से बात नहीं करते हैं। चाहे कोई छोटा हो या बड़ा। लेकिन भाजपा विधायक जैसे मिलावटी लोग सरकार में मौजूद हैं।
वहीं राजद विधायक पर आरोप लगाते हुए भाजपा विधायक संजय सरावगी ने कहा कि राजद का कैसा संस्कार है, भाई वीरेंद्र से पता चलता है। ऐसे लोगों ने अपहरण उद्याेग चलाया। बालू की लूट की। लेकिन सत्ता से बेदखल लोगों को इस तरह का मौका नहीं मिल रहा है। खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे जैसी हालत में हैं। इनका जैसा संस्कार होगा, वैसा ही मुंह से शब्द निकलेगा।
दोनों विधायकों के विवाद का मामला जब विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के पास पहुंचा तो उन्होंने राजद विधायक भाई वीरेंद्र को मर्यादा में रहने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि आप वरिष्ठ हैं। आप लोगों से नए विधायक सीखते हैं। आपको अपने आचरण पर ध्यान रखना चाहिए। वहीं कई अन्य विधायकों ने माननीयों के आचरण की आलोचना करते हुए कहा कि शब्दों की ख्याल रखना चाहिए। इससे जनता में गलत संदेश जाता है।