महाराष्ट्र के सियासी घटनाक्रम पर सोमवार (25 नवंबर, 2019) को आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा महाराष्ट्र के सियासी हालात ने उन्हें बिहार की राजनीतिक घटनाक्रम की याद दिला दी, जब उनकी पार्टी को सत्ता और खुद को डीप्टी सीएम पद छोड़ना पड़ा। लालू यादव के छोटे बेटे ने बिहार के मौजूदा उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी पर भी निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि ‘अगर हमारी पार्टी ने भाजपा से हाथ मिला लिया होता तो हम बिहार के सीएम होते और सुशील कुमार मोदी हमारे सीएम के नीचे काम रहे होते, जहां अभी वह विराजमान हैं। मगर हमने कभी अपनी नीति और सिद्दांतों से समझौता नहीं किया और ना ही भविष्य में करेंगे।’
उल्लेखनीय है कि तेजस्वी यादव का 2017 का एक ट्वीट अभी भी ‘पिन टू टॉप’ है जिसमें उन्होंने भाजपा को आड़े हाथों लिया था। ट्वीट में उन्होंने लिखा है, ‘अगर लालू जी BJP से हाथ मिला लेते तो वो आज हिंदुस्तान के राजा हरीशचंद्र होते। तथाकथित चारा घोटाला दो मिनट में भाईचारा घोटाला हो जाता अगर लालू जी का DNA बदल जाता।’
बता दें कि बिहार विधानसभा के बाहर के एक रिपोर्टर के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘साल 2017 में जदयू से पहले भाजपा ने राजद को सरकार बनाने का न्योता दिया था। अगर उस वक्त आरजेडी ने अपने सिद्धांतों से समझौता कर लिया होता तो बिहार में राजनीतिक समीकरण कुछ और होते। भाजपा ने हमें ऑफर दिया था कि राज्य में राजद-भाजपा की सरकार बने सीएम हम तय करें। इसमें सुशील मोदी को डिप्टी सीएम बनाने का प्रस्ताव था।’
तेजस्वी दरअसल देवेंद्र फडणवीस और एनसीपी के अजीत पवार के सुबह-सुबह शपथ ग्रहण के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब दे रहे थे। दरअसल नीतीश कुमार ने करीब दो साल पहले सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद केवल 24 घंटे से भी कम समय में फिर से शपथ ले ली थी और भाजपा के समर्थन से नई सरकार बनाई।

