गणतंत्र दिवस के परेड (Republic Day parade) में भारतीय सशस्त्र बलों और अर्धसैनिक रेजिमेंटों के अलावा मिस्र (Egypt) से एक विदेशी दल ने भी हिस्सा लिया। मिस्र के सशस्त्र बलों की मुख्य शाखाओं का प्रतिनिधित्व करते हुए 144 सैनिकों ने भारत के 74वें गणतंत्र दिवस परेड में भाग लिया। बता दें कि मिस्र के राष्ट्रपति अब्देह फतह एल-सिसी (Egyptian president Abdeh Fattah El-Sisi) इस वर्ष परेड के मुख्य अतिथि थे।
कर्नल महमूद मोहम्मद अब्देल फत्ताह अल खारासावी के नेतृत्व में मिस्र की टुकड़ी भारत के गणतंत्र दिवस परेड के इतिहास में केवल चौथी विदेशी टुकड़ी थी। आइये जानते हैं अब तक किन देशों ने परेड में लिया है हिस्सा-
फ्रांस, 35वीं इन्फैंट्री रेजिमेंट रेजिमेंट, 2016
भारत की रिपब्लिक डे परेड में पहली बार 76-सदस्यीय फ्रांसीसी दल को परेड में आमंत्रित किया गया था। इसमें सैन्य बैंड बजाया गया था, जिसने क्लासिक फ्रांसीसी सैन्य धुनें (French military tunes) बजाईं थी। भारतीय सेना के दिल्ली क्षेत्र के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल राजेश सहाय (Maj Gen Rajesh Sahai) ने तब कहा था कि परेड विकसित हो रही है और एक विदेशी टुकड़ी को नियमित आमंत्रित करना चाहिए।
लेफ्टिनेंट कर्नल पॉल बरी (Lt Col Paul Bury) के नेतृत्व में फ्रांस की टुकड़ी वहां की सेना की सबसे पुरानी रेजिमेंटों में से एक थी, जो 1604 से पहले की थी। 2016 में तत्कालीन फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रेंकोइस हॉलैंड (France President Francois Hollande) रिपब्लिक डे पर मुख्य अतिथि थे।
यूएई, प्रेसिडेंशियल गार्ड, 2017
2017 के गणतंत्र दिवस के परेड में यूएई प्रेसिडेंशियल गार्ड (UAE Presidential Guard) के 149 सदस्य के साथ 35 सदस्यीय मजबूत सशस्त्र बल बैंड भी था। ब्रिगेडियर ओबैद अल-ज़हूमी (Brigadier Obaid Al-Zahumi) के नेतृत्व में मार्चिंग दल अबू धाबी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान (Abu Dhabi Crown Prince Mohammed bin Zayed Al Nahyan) के साथ था बता दें कि मोहम्मद बिन जायद 68वें गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य अतिथि थे।
बांग्लादेश, बांग्लादेश सशस्त्र बल, 2021
बांग्लादेश की 122 सदस्यीय मार्चिंग टुकड़ी ने 2021 में राजपथ पर भीड़ का उत्साह बढ़ाते हुए मार्च पास्ट किया था। कमांडर लेफ्टिनेंट कर्नल अबू मोहम्मद शाहनूर शॉन और उनके डिप्टी, लेफ्टिनेंट फरहान इशराक और फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिबत रहमान (Lieutenant Farhan Ishraq and Flight Lieutenant Sibat Rahman) के नेतृत्व में इस दल ने बांग्लादेश की सशस्त्र बलों की सभी तीन शाखाओं का प्रतिनिधित्व किया था।