देशभर में गणतंत्र दिवस परेड और उसमें दिखाई जाने वाली विभिन्न राज्यों की झांकियों को लेकर लोगों में अलग ही उत्साह दिखाई देता है। झांकियों में भारत की विरासत और सांस्कृतिक झलक दिखाई देती है। वहीं, इस साल गणतंत्र दिवस परेड काफी अनोखा होने वाला है। अबकी, इस समारोह के दौरान 5 राफेल समेत 75 लड़ाकू विमान अब तक के सबसे भव्य फ्लाईपास्ट में शामिल होंगे और ये आसमान से पूरी दुनिया को भारत की ताकत से रूबरू कराएंगे।
वायु सेना प्रवक्ता विंग कमांडर इंद्रनील नंदी ने बताया कि ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ समारोह के तहत खास तैयारियां की गई हैं। गणतंत्र दिवस परेड के मौके पर राजपथ पर 5 राफेल विमान करतब दिखाएंगे और अपनी ताकत का प्रदर्शन करेंगे। साथ ही नौसेना के मिग-29के और पी-8आई सर्विलांस विमान भी उड़ान भरेंगे। उन्होंने बताया कि 17 जगुआर विमान आसमान में अमृत महोत्सव के 75वें वर्ष की आकृति बनाते हुए दिखाई देंगे।
इस वर्ष 26 जनवरी को 73वां गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा। वैश्विक कोरोना महामारी के बीच आयोजित हो रहे गणतंत्र दिवस के वार्षिक परेड के दौरान आयोजन के तरीके में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि, रक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों के मुताबिक, महामारी को देखते हुए गणतंत्र दिवस परेड के दौरान करीब 24,000 लोगों को उपस्थित रहने की अनुमति दी जाएगी।
इसके पहले, मोदी सरकार ने सेना दिवस के मौके पर बड़ा ऐलान किया। गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत अब हर साल 24 जनवरी के बजाय 23 जनवरी को शुरू होगी ताकि स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस की जयंती इसमें शामिल की जा सके। शनिवार को सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी दी थी।
वहीं, केंद्र ने पश्चिम बंगाल की प्रस्तावित झांकी को कैंसिल कर दिया है, जिसको लेकर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है और इस फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है। ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कहा है कि राज्य के लोगों को केंद्र सरकार के इस कदम से पीड़ा होगी। ममता बनर्जी ने कहा कि झांकी को खारिज करने का कोई कारण नहीं बताया गया है।