विदेशों में भी गणतंत्र दिवस की धूम, भारत में लाल किले पर उपद्रव, प्रदर्शनकारी ने फहराया झंडा, देखें VIDEO
रिपब्लिक डे परेड में तीन सेनाओं की ताकत के साथ अलग-अलग राज्यों, मंत्रालयों, सुरक्षाबलों की झांकियां भी देखने को मिलीं। पहली बार लड़ाकू विमान राफेल ने परेड में हिस्सा लिया

गणतंत्र दिवस पर देशभर में धूमधाम का माहौल है। इस बीच राजधानी दिल्ली में किसानों के आंदोलन में शामिल कुछ लोगों ने हिंसा फैलाने की कोशिश की। दूसरी तरफ कोविड-19 के खतरे के बीच बीजिंग, सिंगापुर समेत दुनिया के कई देशों में भारतीयों ने राष्ट्र ध्वज फहराकर गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया। चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिस्री ने बीजिंग में भारतीय दूतावास में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। राजधानी में कोविड-19 की मौजूदा स्थिति के कारण इस बार समारोह में केवल मिशन के अधिकारी और उनके परिवार वाले ही पहुंचे। मिस्री ने राष्ट्र के नाम राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद का संबोधन पढ़ा। उन्होंने ‘चैती आर्ट्स फाउंडेशन’ द्वारा बनाए ”वंदे मातरम” के एक विशेष वाद्य गीत को भी जारी किया। इस बीच दिल्ली में ऐतिहासिक लाल किले पर प्रदर्शनकारी किसानों ने उपद्रव किया और अपना झंडा फहराया। राजधानी में कई जगह ट्रैक्टर परेड के दौरान वाहनों में तोड़फोड़ की गई। पुलिस ने स्थिति नियंत्रण में करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया।
गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली के बॉर्डर इलाकों में किसानों को ट्रैक्टर रैली की इजाजत मिली थी। इस दिन सुबह के वक्त किसानों का प्रदर्शन तय रूट के मुताबिक ही शुरु हुआ लेकिन दिन चढ़ते-चढ़ते किसानों की ट्रैक्टर रैली अपने रूट से भटक गई। कई जगहों पर तय रूट से अलग प्रदर्शनकारियों ने अपनी रैली निकालने की कोशिश की और इसका परिणाम यह हुआ कि दिल्ली पुलिस के साथ कई जगहों पर इनकी झड़प हुई।
देश आज अपना 72वां गणतंत्र दिवस (Republic Day) मना रहा है। गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के राजपथ (Rajpath) पर भारत की सैन्य ताकत और संस्कृति की अनोखी झलक देखने को मिली। रिपब्लिक डे परेड में तीन सेनाओं की ताकत के साथ अलग-अलग राज्यों, मंत्रालयों, सुरक्षाबलों की झांकियां भी देखने को मिलीं। पहली बार लड़ाकू विमान राफेल ने परेड में हिस्सा लिया और पूरी दुनिया को अपना दम दिखाया। राफेल की गरज से पूरा आसमान गूंज गया।
परेड का मुख्य आकर्षण सैन्य ताकत, राज्यों की अलग-अलग संस्कृति, बांग्लादेश का 122 सदस्यों का कॉन्टिनजेन्ट, स्कूलों के बच्चों की ओर से पेश कार्यक्रम रहा। उत्तर प्रदेश की झांकी में राम मंदिर की झलक दिखाई दी जबकि पंजाब की झांकी गुरु तेग बहादुर जी को समर्पित रही। कोरोनाकाल के बावजूद राजपथ पर गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम शानदार तरीके मनाया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तिरंगा फहरा कर रिपब्लिक डे परेड कार्यक्रम की शुरुआत की। इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेशनल वॉर मेमोरियल में देश की सेवा में शहादत देने वाले जवानों को सलामी दी।
इस बार का गणतंत्र दिवस कई मायनों में अलग है। इसमें सबसे अहम कोविड-19 से पैदा हुए हालात के कारण सामने आए बदलाव हैं। कोरोनावायरस महामारी के चलते इस बार गणतंत्र दिवस समारोह में अतिथियों और दर्शकों की संख्या कम रहेगी। सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क लगाए रखने जैसी एहतियात गणतंत्र दिवस समारोह में भी दिखेगी।
Highlights
देश के 72वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने मंगलवार को राज्य के लोगों से आग्रह किया कि वे कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान का लाभ उठाएं और महामारी से बचने के लिए एहतियात बरतना जारी रखें।
कोविड-19 महामारी के मद्देनजर कोलकाता में 72वें गणतंत्र दिवस समारोहों की अवधि संक्षिप्त रखी गई, लेकिन इस अवसर पर उत्साह में कोई कमी नहीं आई। रेड रोड पर मनोहारी झांकियां देखने को मिली। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पारंपरिक कार्यक्रम में इस बार दर्शकों को आने की अनुमति नहीं थी और कार्यक्रम का समय भी करीब 30 मिनट ही रखा गया था। उन्होंने बताया, ‘‘मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राज्यपाल जगदीप धनखड़ और वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा कुछ गणमान्य लोगों को ही समारोह में आमंत्रित किया गया था।’
गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली पुलिस के जवान और किसानों के बीच झड़प की कई तस्वीरें सामने आईं। दिल्ली के नागलोई इलाके में सुरक्षा कर्मियों प्रदर्शनकारियों को पीछे धकेलने के लिए लाठी चार्ज का सहारा लिया। यहां आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए। नागलोई की ज्वायंट CP शालिनी सिंह ने कहा 'हम किसानों से सुबह से ही गुजारिश कर रहे थे कि वो तय रूट से ही जाएं। लेकिन कुछ प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़ दिये। पुलिस वालों पर हमला किया। हम किसानों से लगातार अपील कर रहे हैं कि वो शांति व्यवस्था बनाए रखने में हमारी मदद करें।
गणतंत्र दिवस के दिन किसान अपनी तीन मांगों को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। सिंघु बॉर्डर से किसानों का एक बड़ा जत्था आउटर रिंग रोड पर पहुंच गया है। यह जत्था लाल किले की ओर कूच कर रहा है। वहीं, लाल किले पर पुलिस प्रशासन की बड़ी टीम पहुंच गई है और आंदोलनकारियों को भगाया जा रहा है। पुलिस की ओर से हल्के बल का प्रयोग किया जा रहा है।
गणतंत्र दिवस के दिन किसानों के प्रदर्शन के बीच जमकर हंगामा हुआ है। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि 'हम उन लोगों को जानते हैं जिन्होंने गड़बड़ी करने की कोशिश की है, उनकी पहचान कर ली गई है। वो लोग राजनीतिक पार्टियों के सदस्य हैं। ये लोग आंदोलन को बदनाम करना चाहते हैं।
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन पर अड़े किसानों की ट्रैक्टर परेड में मंगलवार को एक किसान की मौत हो गई। इसी बीच, दिलशाद गार्डन इलाके में एक पुलिस कर्मचारी ड्यूटी के दौरान बेहोश हो गया। वह ‘किसान गणतंत्र परेड’ के मद्देनजर वहां तैनात किया गया था। समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, मौके पर दूसरे साथी पुलिस वालों ने उसे पानी पिलाया और संभाला। बाद में उसे नजदीक के एक अस्पताल ले जाया गया।
गणतंत्र दिवस पर दिल्ली के लाल किले से एक हैरान करने वाली तस्वीर भी सामने आई। किसानों ने पहले से ही दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकालने की बात कही थी। इस बीच लाल किले पर कुछ प्रदर्शनकारी प्रदर्शन करते नजर आए। एक प्रदर्शनकारी लाल किले पर चढ़कर अपने संगठन का झंडा फहराता नजर आया।
ITO पर पुलिस और किसानों के बीच झड़प भी हुई। इस दौरान कई लोग घायल भी हो गए। कई मारपीट और झड़प की कई तस्वीरें सामने आई हैं। पुलिस ने किसानों को रोकने की कोशिश की जिसके बाद बवाल बढ़ता चला गया।
नागलोई इलाके में पुलिस किसानों को रोकने के लिए सड़क पर बैठ गई।
सेंट्रल दिल्ली के पास प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़ दिया और पुलिस पर हमला किया।
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लिया।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अपने आवास पर तिरंगा फहाराया
बड़ी संख्या में किसान मोटरसाइकिल से जाते नजर आए। हालांकि कई गाड़ियां जाम में फंस गईं।
देशभर में आज 72वां गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है। वहीं, कृषि कानून के खिलाफ पिछले दो महीनों से आंदोलन कर रहे किसान दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकाल रहे हैं। सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर किसान पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़कर दिल्ली की सीमा में दाखिल हो गए। वहीं, मुकरबा चौक पर माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। पुलिस ने यहां आंसू गैस के गोले छोड़ें हैं।
राम मंदिर का दीदार रिपब्लिक डे पर पहली बार कई नजारे आपको देखने को मिले। जो ना सिर्फ आपको रोमांचक लगे बल्कि गर्व के पल का एहसास भी करा गए। इस वर्ष पहली बार राजपथ पर राम मंदिर का दीदार हुआ। राजपथ पर उत्तरप्रदेश की सांस्कृतिक विरासत की झांकी में राम मंदिर का मॉडल दर्शाया गया। दरअसल यूपी की झांकी के पहले भाग में महर्षि वाल्मिकी को रामायण की रचना करते दिखाया जाएगा, मध्य भाग में राम मंदिर का मॉडल दिखा।
पंजाब की झांकी में 9वें सिख गुरु श्री गुरु तेग बहादुर की महिमा नजर आई।
गणतंत्र दिवस पर पहली बार लद्दाख की झांकी देखने को मिली।
राजपथ पर परेड के दौरान दिखी भारतीय वायुसेना की ताकत
प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी खास पगड़ी में नजर आए। बताया जा रहा है कि यह खास पगड़ी गुजरात के जामनगर में रहने वाली रॉयल फैमिली ने पीएम को तोहफे में दी है।
इंडिया गेट पर पीएम ने देश के शहीद जवानों को किया सैल्यूट
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने अपने आवास पर तिरंगा झंडा फहराया है।
लद्दाख की बर्फीली पहाड़ियों में आईटीबीपी के जवानों ने बेहद उत्साह के साथ गणतंत्र दिवस मानया। जवानों में गणतंत्र दिवस को अलग ही जोश देखने को मिला। उन्होंने भारत माता की जय और जय हिंद के नारे भी लगाए।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी कार्यालय में तिरंगा फहराया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को 72वें गणतंत्र दिवस के मौके पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘देशवासियों को गणतंत्र दिवस की ढेरों शुभकामनाएं। जय हिंद!’’ गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य समारोह राजधानी दिल्ली में राजपथ पर सम्पन्न होता है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद परेड की सलामी लेंगे। यह समारोह देश की बढ़ती हुई सैन्य शक्ति, बहुमूल्य सांस्कृतिक विरासत और सामाजिक-आर्थिक प्रगति का भव्य प्रदर्शन करता है।
सिंघू बॉर्डर पर किसानों का एक जत्था बेरिकेडिंग तोड़ कर दिल्ली के अंदर घुस गया। इस पूरी घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में लोग हाथ में झंडा लेकर चलते नजर आ रहे है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, 'गणतंत्र दिवस भारत की बहुरंगी विविधता और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है. मैं उन सभी महान विभूतियों का स्मरण करता हूं, जिनके संघर्ष से 1950 में आज के दिन हमारा संविधान लागू हुआ और साथ ही उन सभी वीरों को नमन करता हूं, जिन्होंने अपने शौर्य से भारतीय गणतंत्र की रक्षा की है.'
राजपथ पर तैयारी फाइनल स्टेज पर है। सोशल डिस्टैंसिंग का ध्यान रखा जा रहा है। वहीं दिल्ली की सीमाओं पर भी कड़ी सुरक्षा है। करनाल बाइपास के पास एक अस्थायी दीवार बना दी गई है।
72वें गणतंत्र दिवस में भारत और बांग्लादेश की दोस्ती का भी इतिहास रचा जाना है। पहली बार बांग्लादेश की सेना भी राजपथ पर मार्च करने जा रही है। यह 1971 की लड़ाई के बाद बांग्लादेश की आजादी के लिए धन्यवाद की तरह है।
समारोह के दौरान इस बार ड्रोन कैमरे से भी निगरानी की जाएगी। बिना मास्क किसी को जानें की इजाजत नहीं होगी। कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। किसानों की परेड को देखते हुए राजधानी दिल्ली को किले में तब्दील कर दिया गया है।
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में सोमवार को सेना का एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (एएचएल) 'ध्रुव' आपात स्थिति में उतरते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें दो पायलट घायल हो गए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। कठुआ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) शैलेंद्र मिश्रा ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि पठानकोट से आ रहा हेलीकॉप्टर जिले की लखनपुर बेल्ट में सैन्य क्षेत्र में आपात स्थिति में उतरते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया। उन्होंने कहा कि घटना में हेलीकॉप्टर के दो पायलट घायल हो गए। उन्हें सेना के अस्पताल ले जाया गया है। एक रक्षा प्रवक्ता ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि विस्तृत जानकारी हासिल की जा रही है।
कोरोना वायरस की वजह से इस बार गणतंत्र दिवस समारोह में अतिथियों और दर्शकों की संख्या को कम किया गया है। इस साल राजपथ से सिर्फ 25,000 लोग ही गणतंत्र दिवस की परेड देख पाएंगे। गौरतलब है कि पिछले साल तक 1.15 लाख लोग राजपथ में मौजूद रहते थे।
परेड में हिंसा फैलाने की पाकिस्तान की साजिश भी सामने आई है। इसके लिए पड़ोसी देश इंटरनेट मीडिया का सहारा ले रहा है। हाल ही में देश की खुफिया एजेंसियों को पता चला है कि पड़ोसी मुल्क ने 308 ट्विटर अकाउंट बनाए हैं, जिसकी जानकारी इंटेलिजेंस को मिल गई है। लिहाजा सुरक्षा के बेहद कड़े बंदोबस्त किए जा रहे हैं।
राष्ट्रपति देश के संवैधानिक प्रमुख हैं और प्रधानमंत्री राजनीतिक। भारत का संविधान 26 जनवरी, 1950 को लागू किया गया था। जिस उपलक्ष्य में इस दिन गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। इसी दिन देश को अपने पहले राष्ट्रपति (First President of India) भी मिले थे। डॉ. राजेंद्र प्रसाद (Dr Rajendra Prasad) ने इसी दिन राष्ट्रपति के रूप में कार्यालय संभाला था। इसलिए 26 जनवरी को राष्ट्रपति ध्वज फहराते हैं।
पहले ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन को भारत आने के लिए आमंत्रित किया गया था, लेकिन देश में कोविड-19 एक नए स्ट्रेन के बढ़ते प्रकोप के चलते उन्होंने अपनी यात्रा रद्द कर दी। इसके बाद भारत ने भी कोरोना महामारी की वजह से किसी दूसरे देश के राष्ट्राध्यक्ष को बतौर चीफ गेस्ट नहीं बुलाया। इससे पहले साल 1952, 1953 और 1966 की गणतंत्र दिवस परेड के दौरान भी कोई चीफ गेस्ट मौजूद नहीं था। जानकारी के मुताबिक इस बार ध्वजारोहण यानी झंडा फहराने का कार्यक्रम 26 जनवरी मंगलवार को सुबह 8 बजे निर्धारित किया गया। इसके बाद परेड का संचालन होगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि सियाचिन व गलवान घाटी में, माइनस 50 से 60 डिग्री तापमान में, सब कुछ जमा देने वाली सर्दी से लेकर, जैसलमर में, 50 डिग्री सेन्टीग्रेड से ऊपर के तापमान में, झुलसा देने वाली गर्मी में - धरती, आकाश और विशाल तटीय क्षेत्रों में - हमारे सेनानी भारत की सुरक्षा का दायित्व हर पल निभाते हैं। हमारे सैनिकों की बहादुरी, देशप्रेम और बलिदान पर हम सभी देशवासियों को गर्व है।
अपने संबोधन में रा्ष्ट्रपति ने कहा कि संविधान की उद्देशिका में रेखांकित न्याय, स्वतंत्रता, समता और बंधुता के जीवन-मूल्य हम सबके लिए पुनीत आदर्श हैं। यह उम्मीद की जाती है कि केवल शासन की ज़िम्मेदारी निभाने वाले लोग ही नहीं, बल्कि हम सभी सामान्य नागरिक भी इन आदर्शों का दृढ़ता व निष्ठापूर्वक पालन करें। मातृभूमि के स्वर्णिम भविष्य की उनकी परिकल्पनाएं अलग-अलग थीं परंतु न्याय, स्वतंत्रता, समता और बंधुता के मूल्यों ने उनके सपनों को एक सूत्र में पिरोने का काम किया। बाल गंगाधर ‘तिलक’, लाला लाजपत राय, महात्मा गांधी और सुभाष चन्द्र बोस जैसे अनेक महान जन-नायकों और विचारकों ने हमारे स्वतंत्रता संग्राम को प्रेरित किया था।
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, 'हमारे राष्ट्रीय त्योहारों को, सभी देशवासी, राष्ट्र-प्रेम की भावना के साथ मनाते हैं। गणतंत्र दिवस का राष्ट्रीय पर्व भी, हम पूरे उत्साह के साथ मनाते हुए, अपने राष्ट्रीय ध्वज तथा संविधान के प्रति सम्मान व आस्था व्यक्त करते हैं।'
72वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर शाम 7 बजे राष्ट्र को संबोधित करने जा रहे हैं। आधिकारिक बयान के मुताबिक, राष्ट्रपति का संबोधन शाम सात बजे से आकाशवाणी के सभी राष्ट्रीय नेटवर्क पर और दूरदर्शन समेत हर हिंदी व अंग्रेजी चैनल पर प्रसारित किया जाएगा। बयान में कहा गया है कि इसके बाद दूरदर्शन के सभी क्षेत्रीय चैनलों पर क्षेत्रीय भाषाओं में राष्ट्रपति का संबोधन प्रसारित किया जाएगा। आकाशवाणी पर क्षेत्रीय भाषाओं में संबोधन का प्रसारण रात साढ़े नौ बजे से किया जाएगा।
गणतंत्र दिवस पर निकलने वाली किसानों की ट्रैक्टर रैली में 3,000 वॉलंटियर्स तैनात होंगे। हर रूट पर अलग अलग बीट के हिसाब से वॉलंटियर्स तैनात होंगे। चार तरह के वॉलंटियर्स होंगे- जरनल वॉलंटियर्स, ट्रैफिक वॉलंटियर्स, महिला वॉलंटियर्स और स्पेशल वॉलंटियर्स।
इस बार कोरोना वायरस की वजह से गणतंत्र दिवस के अवसर पर कोई भी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष मुख्य अतिथि नहीं होंगे। ऐसा साल 1966 के बाद पहली बार होगा जब गणतंत्र दिवस समारोह में विदेशी अतिथि नहीं होंगे।
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने देशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई दी है। उन्होंने कहा कि हमारा लोकतंत्र जीवंत है और हम अच्छा शासन देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में भी सेना गणतंत्र दिवस को लेकर बेहद चौकन्नी हो गई है। इस दिन किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए सेना ने विशेष तैयारी की है।
1.गणतंत्र दिवस इतिहास और इसकी विशेषताएं2.भारत का संविधान और नागरिकों के अधिकार3.गणतंत्र दिवस समारोह राजपथ पर
गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों के ट्रैक्टर परेड में अब सिर्फ कुछ ही घंटों का वक्त बाकी है। दिल्ली बॉर्डर पर किसानों ने तैयारी तेज कर दी है। सिंघु बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर, चिल्ला बॉर्डर पर ट्रैक्टरों की तादाद बढ़ने लगी है। पंजाब में व्यापारियों ने मंडियां बंद रखकर किसानों का समर्थन किया है। इस आंदोलन में शामिल होने के लिए छोटे-छोटे शहरों और गांवों से किसान दिल्ली बॉर्डर का रुख कर रहे हैं।