निर्वाचन आयोग ने प्रवासी मतदाताओं के लिए आरवीएम तकनीक के उपयोग का प्रस्ताव दिया है। सोमवार को सभी दलों के समक्ष मशीन का प्रारूप पेश करने की तैयारी थी लेकिन इस पर सहमति नहीं होने की वजह से यह नहीं हो पाया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि कोई भी विपक्षी दल दूरस्थ मतदान मशीन (आरवीएम) के प्रदर्शन को नहीं देखना चाहता। पहले ऐसी मशीन की आवश्यकता का मुद्दा सुलझाया जाना चाहिए। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें लगता है कि जब तक आम सहमति नहीं बन जाती, तब तक आरवीएम का प्रदर्शन नहीं हो।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि आरवीएम का विचार स्वीकार्य नहीं है। आयोग को देश के विशिष्ट नागरिकों द्वारा इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के बारे में उठाई गई चिंताओं का समाधान करना चाहिए और निर्वाचन आयोग को चुनाव प्रक्रिया के प्रति शहरी उदासीनता के मुद्दे को भी संबोधित करना चाहिए। वहीं आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह ने भी आरवीएम की जरूरत पर सवाल उठाया और कहा कि मतदाताओं की भागीदारी को बढ़ाने के दूसरे रास्ते भी हैं।
उन्होंने कहा, ‘हम विभिन्न राज्यों में आरवीएम का इस्तेमाल करने वाले पात्र प्रवासी मजदूरों के बीच प्रचार अभियान कैसे चलाएंगे? अगर सिर्फ एक सीट पर उपचुनाव है, उदाहरण के तौर पर जलंधर में, तब आरवीएम अस्वीकार्य है। बताया जा रहा है कि आयोग ने आरवीएम पर सुझाव देने की समय सीमा को भी 31 जनवरी से बढ़ाकर 28 फरवरी कर दिया है।
बीते रविवार को, अधिकतर विपक्षी दलों के नेताओं ने कांग्रेस द्वारा आयोजित एक बैठक के बाद आरवीएम पर निर्वाचन आयोग के प्रस्ताव का विरोध करने का फैसला किया था। इस बैठक में जनता दल (एकी), शिवसेना, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), नेशनल कान्फ्रेंस, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी), विदुथलाई चिरुथईगल काची (वीसीके), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी, इंडियन यूनियन मुसलिम लीग (आईयूएमएल) के नेताओं के साथ-साथ राज्यसभा के निर्दलीय सदस्य और कांग्रेस के पूर्व नेता कपिल सिब्बल ने भी हिस्सा लिया था।
निर्वाचन आयोग के मुताबिक घरेलू प्रवासी नागरिक यानी अपने गृह राज्य से बाहर रह रहे मतदाता भी इस मशीन से अपने क्षेत्र में वोट डाल सकते हैं। आयोग के मुताबिक ऐसे मतदाताओं के लिए आरवीएम केंद्र बनाए जाएंगे। इन केंद्र पर जाकर कोई भी मतदाता अपने निर्वाचन क्षेत्र से संबंधित जानकारियां ले सकेगा। इस केंद्र पर प्रत्याशियों की सूची उपलब्ध हो जाएगी और मतदाता आसानी से अपने पसंदीदा प्रत्याशी को मतदान कर सकेगा। इस मशीन से एक साथ 72 निर्वाचन क्षेत्र में मतदान करवाया जा सकता है। इस मशीन में वीवीपैट मशीन के माध्यम से मतों की गणना संभव होगी।