PM पद के लिए जब मोदी का राजनाथ ने किया था ऐलान, तब हुआ था विरोध; कबूला- थोड़ा बहुत अंतर तो…
आज तक के शो सीधी बात में राजनाथ से सवाल- "मोदी जी का पार्टी के टॉप लेवल में काफी विरोध हुआ था, आपने उनके खिलाफ जाकर मोदी जी के नाम का ऐलान किया। आपने क्या देखा उनमें?

भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव से करीब एक साल पहले ही तैयारी के मद्देनजर नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का दावेदार घोषित कर दिया था। माना जाता है कि उस वक्त मोदी के नाम के ऐलान में भाजपा के तत्कालिक अध्यक्ष राजनाथ सिंह की अहम भूमिका थी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में मोदी के नाम का ऐलान करने भी राजनाथ सिंह ही सबसे आगे आए थे। हालांकि, तब भी संगठन में मोदी के विरोध की बातें उठती रही थीं। हाल ही में एक टीवी शो में राजनाथ सिंह ने इस पर बात की। उन्होंने कहा कि मोदी जी हमेशा से पार्टी कार्यकर्ताओं और जनता के बीच सबसे ज्यादा लोकप्रिय नेता थे।
क्या था सवाल?: आज तक के शो सीधी बात में वापसी कर रहे पत्रकार प्रभु चावला ने राजनाथ सिंह से पूछा, “आपने 2009 में अडवाणी जी के नाम का ऐलान किया। पार्टी के अंदर आम वर्कर जो था, मिडिल लेवल का उन्हें लगता था कि अडवाणी जी नहीं बन सकते थे। आपने अपनी पार्टी की विचारधारा के विरोध में जाकर उनके नाम का ऐलान कर दिया। फिर 2014 में मोदी जी के नाम का भी ऐलान आपने ही किया। मोदी जी का भी पार्टी के टॉप लेवल में काफी विरोध हुआ था, आपने उनके खिलाफ जाकर मोदी जी के नाम का ऐलान किया। आपने क्या देखा मोदी जी में?
राजनाथ बोले- संसदीय बोर्ड में बनी थी मोदी के नाम पर सहमति: हालांकि, इस पर राजनाथ ने कहा कि अडवाणी जी के नाम का ऐलान पार्लियामेंट्री बोर्ड ने किया। मोदी जी के नाम का ऐलान बोर्ड के फैसले से ही हुआ था। राजनाथ ने आगे कहा, “थोड़ा बहुत डिफरेंस ऑफ ओपिनियन हर पार्टी में होती है। मैंने सबको विश्वास में लेकर किया था। सभी मानते थे कि मोदीजी सर्वाधिक लोकप्रिय नेता कोई है तो मोदी हैं। जिन लोगों से भी बात होनी चाहिए थी सबसे हुई थी।”
रक्षा मंत्री ने मोदी की लोकप्रियता पर बात करते हुए कहा कि मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि कार्यकर्ताओं के बीच वे सबसे ज्यादा लोकप्रिय थे और देश की जनता में भी सर्वाधिक लोकप्रियता उन्हीं की थी। पार्टी में भी वे सबसे ज्यादा लोकप्रिय थे।