थाने पर AK-47 से गोलियां बरसाकर गैंगस्टर को छुड़ा ले गए साथी, सिर पर था 1 लाख रुपये का इनाम
एसएचओ ने बताया कि विक्रम एक कुख्यात अपराधी है। वह हरियाणा में कई मामलों में वांछित है। उस पर हत्या के भी 5 मुकदमे दर्ज हैं। उस पर 1 लाख रुपये का इनाम रखा गया है।

राजस्थान के अलवर जिले में एक पुलिस थाने पर बदमाशों ने गोलियां बरसाकर अपने साथी को छुड़वा लिया। घटना शुक्रवार सुबह अलवर के बहरोर पुलिस स्टेशन पर हुई। एके-47 से लैस 10 से 15 लोगों के एक गैंग ने थाने पर हमला कर दिया और लॉकअप से एक वॉन्टेड अपराधी को छुड़ा ले गए।
एसएचओ सुगन सिंह ने कहा, ‘नाइट पेट्रोलिंग के दौरान, हमने शुक्रवार तड़के 2 बजे के करीब एक कार को चेकिंग के लिए रोकना चाहा। हालांकि, कार मौके से फरार हो गई। हमने उनका पीछा किया। बाद में एक शख्स को पकड़ने में कामयाब रहे, हालांकि दो लोग भाग गए।’ पकड़े गए शख्स ने गलत परिचय देते हुए अपना नाम साहिल बताया। पुलिस उसके बारे में पता लगाने में जुट गई है।
पुलिस के मुताबिक, कार से 31.90 लाख रुपये और एक नंबर प्लेट बरामद किया गया है। यह नंबर प्लेट कार पर लगी प्लेट से अलग है। एसएचओ ने बताया, ‘फिर सुबह 8 बजकर 45 मिनट से लेकर 9 बजे के बीच , तीन कार पुलिस स्टेशन के बाहर रुकीं। कारों से 10 से 15 लोग उतरे। वे थाने मे घुस गए और फायरिंग करने लगे। उन्होंने एक शख्स को लॉकअप से छुड़वा लिया। इस शख्स की पहचान 28 साल के विक्रम गुज्जर उर्फ पपला के तौर हुई है।’
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फायरिंग के दौरान थाने में मौजूद पुलिसवाले जान बचाने के लिए कमरों में घुस गए। एसएचओ ने बताया कि विक्रम एक कुख्यात अपराधी है। वह हरियाणा में कई मामलों में वांछित है। उस पर हत्या के भी 5 मुकदमे दर्ज हैं। उस पर 1 लाख रुपये का इनाम रखा गया है।
बता दें कि यह दूसरा मौका है, जब विक्रम गुज्जर को उसके साथी उसे कानून के कब्जे से छुड़ा ले गई है। इससे पहले, सितंबर 2017 में महेंद्रगढ़ अदालत में पेशी के दौरान उसके साथियों ने गोलियां बरसाकर उसे छुड़ा लिया था। दरअसल, फरवरी 2016 में नारनौल पुलिस ने गुज्जर को पकड़ा था।