बजट भाषण के दौरान बोर हो रहे थे राहुल गांधी? सिर पर हाथ रखा तो ट्विटर पर उड़ने लगा मज़ाक
बजट भाषण के दौरान की राहुल गांधी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इसमें वह सिर पर हाथ रखे हुए हैं। सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं कि भाषण के दौरान वह बोर हो रहे थे।

मोदी सरकार के बजट पर विपक्ष ने जमकर निशाना साधा और इसे किसान और ग़रीबों का विरोधी बजट करार दिया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इसे ‘अमीर दोस्तों’ का बजट बताया है। हालांकि संसद भवन से निकलने का बाद जब मीडिया ने उनसे प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की थी तब वह चुप्पी साधे हुए थे। अब लोकसभा के अंदर की उनकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। लोगों को कहना है कि बजट भाषण के दौरान वह बोर हो रहे थे।
बजट के शुरुआत में निर्मला सीतारमण ने रवींद्रनाथ टैगोर की कविता सुनाई और महामारी, लॉकडाउन का जिक्र किया। इस बीज ट्वटरातियों की नजर कुछ मजेदार ढूंढ रही थी। ज़ाहिर सी बात है कि अगर स्क्रीन पर राहुल गांधी की तस्वीर होगी तो सभी का ध्यान उस ओर जाएगा। लोगों ने देखा कि राहुल गांधी ऐसी मुद्रा में बैठे हैं जैसे कि उन्हें यह भाषण अच्छा नहीं लग रहा और यह अरुचिकर है। फिर क्या था स्क्रीनशॉट लेकर इसे सोशल मीडिया पर तैरा दिया गया। लोग एक से एक कॉमेंट करने लगे।
प्रवीन नाम के यूजर ने ट्विटर पर लिखा, ‘जब आपका पॉलिटिकल साइंस का ढेर सारा रिविजन बाकी हो और तभी बजट भी आ जाए। यही हाल होगा।’
When u have lots of pending revision of polity
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Tbhi budget bhi aa jaayeUpsc aspirant:#RahulGandhi #Budget2021 @CuteMaurya pic.twitter.com/SMDgfjgQ2W
— Praveen (@pkbhardwaj03) February 2, 2021
दाउद लोन ने लिखा, ;’जब आप केवल अटेंडेंस के लिए क्लास में जाते हों’
Me in offline classes after college reopen pic.twitter.com/5C9uoOWAHI
— SHIVA KRISHNA (@shivat777) February 1, 2021
दाउद लोन ने लिखा, ;’जब आप केवल अटेंडेंस के लिए क्लास में जाते हों’ बता दें कि बजट के बाद राहुल गांधी ने तत्काल कोई प्रतिक्रिया तो नहीं दी लेकिन बाद में ट्वीट करके मोदी सरकार पर वार किया। उन्होंने रक्षा बजट को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि पीएम मोदी दिवाली पर जवानों के साथ फोटो खिंचाने जाते हैं तो उन्होंने रक्षा बजट क्यों नहीं बढ़ाया? राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार यह बजट अपने कुछ अमीर दोस्तों के लिए लेकर आई है। पी चिदंबरम ने भी बजट को बेकार बताया।