पंजाब और चंडीगढ़ के लिए ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी के इनचार्ज हरीश चौधरी ने पार्टी हाई कमान से नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग की है। इस संबंध में उन्होंने सोनिया गांधी को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि सिद्धू पार्टी से ऊपर नहीं हैं अब उनके खिलाफ एक्शन लेना जरूरी है। उन्होंने पार्टी विरोधी गतिविधियों और उनकी बयानबाजी को लेकर कार्रवाई की मांग की है।
23 अप्रैल को लिखे गए पत्र में उन्होंने कहा, “पंजाब में प्रभारी होने के नाते, मेरा यह भी मानना है कि सिद्धू ने राज्य में कांग्रेस की सरकार होने के दौरान उसके कामकाज की आलोचना की।” चौधरी ने कहा कि पार्टी पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने वाली थी ऐसे में सिद्धू को ऐसा नहीं करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि इस तरह की गतिविधियों से बचने के लिए उन्हें बार-बार कहा भी गया, लेकिन इसके बावजूद, वह लगातार सरकार के खिलाफ बोलते रहे।
इंडिया टुडे के मुताबिक, पूर्व पीसीसी प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ शिकायत के बारे में पूछे जाने पर, चौधरी ने कहा, “यह हमारी पार्टी का आंतरिक मामला है।” चौधरी ने पत्र में कहा कि वह सिद्धू की मौजूदा गतिविधियों के बारे में पंजाब कांग्रेस के नए प्रमुख अमरिंदर सिंह वडिंग के विस्तृत नोट को भी भेज कर रहे हैं।
कांग्रेस के अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद से नाराज चल रहे सिद्धू
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष के पद से हटाए जाने के बाद से नवजोत सिंह सिद्धू नाराज चल रहे हैं। पिछले दिनों उन्होंने पंजाब कांग्रेस के नए अध्यक्ष के तौर पर अमरिंदर सिंह वडिंग की नियुक्ति के समारोह में हिस्सा भी लिया था। हालांकि उन्होंने नए प्रमुख के साथ मंच साझा नहीं किया था। अमरिंदर सिंह ने खुद सिद्धू को आमंत्रित किया था। उस वक्त सिद्धू ने कहा था कि कांग्रेस को बदलाव की जरूरत है और पंजाब कांग्रेस के नए प्रमुख एक युवा प्रतीक हैं। सिद्धू पार्टी से निकाले गए नेताओं के साथ भी मीटिंग कर चुके हैं।