दूसरे चरण में प्रधानमंत्री मोदी और CMs भी लगवा सकते हैं कोरोना वैक्सीन, जानें टीका लगवाने से कितना फायदा
दुनियाभर के कई देशों में राष्ट्राध्यक्षों ने पहले कोरोना वैक्सीन ली, जबकि भारत में अब तक किसी नेता को टीका नहीं लगा है।

देशभर में स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्करों को कोरोनावायरस की वैक्सीन मिलना शुरू हो गई है। इसके साथ ही पड़ोसी देशों को वैक्सीन भेजने का काम भी शुरू हो चुका है। स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने दावा किया है कि इस साल अप्रैल-मई तक पहले फेज का टीकाकरण पूरा हो जाएगा। इसके बाद दूसरे फेज का टीकाकरण शुरू कर दिया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अगले फेज में 50 साल के ऊपर के लोगों को कोरोना वैक्सीन मिलना शुरू हो जाएगी। बताया जा रहा है कि इसी फेज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सभी राज्यों के मुख्यमंत्री कोरोना वैक्सीन लेकर जनता का विश्वास टीके पर बना सकते हैं।
जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बैठक के दौरान कहा कि 50 साल के ऊपर के सारे सांसद और विधायक भी अगले फेज में वैक्सीन लगवाएंगे। इसके अलावा 50 साल के ऊपर के लोग और किसी बीमारी से पीड़ितों को दूसरे फेज में कोरोना वैक्सीन मिलेगी। बता दें कि देशभर में पहले फेज में पिछले पांच दिनों में 7 लाख 86 हजार 842 लोगों को कोरोना की वैक्सीन लग चुकी है। पहले फेज में कुल 3 करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन दी जाएगी।
पहले फेज में किसी बड़े नेता ने नहीं ली कोरोना वैक्सीन: बता दें कि पहले फेज का वैक्सीनेशन कार्यक्रम 16 जनवरी से शुरू हुआ था। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने सभी मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की थी और जोर देते हुए कहा था कि राजनेताओं को वैक्सीन लेने के लिए बीच में नहीं घुसना चाहिए और अपनी बारी का इंतजार करना चाहिए। इसी के मद्देनजर 16 जनवरी को ज्यादातर राज्यों के मुख्यमंत्री टीकाकरण अभियान की प्रगति देखने अस्पताल पहुंचे, पर किसी ने भी वैक्सीन नहीं ली।
क्यों उठ रहे पीएम के वैक्सीन न लेने के फैसले पर सवाल?: दरअसल, अलग-अलग देशों में वैक्सीनेशन शुरू होने के साथ ही राष्ट्रप्रमुखों ने खुद पहले वैक्सीन ली। अमेरिका में राष्ट्रपति जो बाइडेन, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने वैक्सीन शॉट लिया। ब्रिटेन में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और क्वीन एलिजाबेथ ने वैक्सीन ली। बाकी कई देशों में भी राष्ट्राध्यक्षों ने ऐसा ही किया।
वैक्सीन की विश्वसनीयता पर पीएम ने क्या कहा था?: पीएम मोदी ने वैक्सीन को लेकर देशवासियों को किसी भी तरह की अफवाहों से बचने को कहा। उन्होंने कहा कि हमारे वैज्ञानिक और विशेषज्ञ जब दोनों मेड इन इंडिया वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभाव को लेकर आश्वस्त हुए, तभी उन्होंने इसके इमरजेंसी उपयोग की अनुमति दी। पीएम मोदी ने कहा कि भारत के वैज्ञानिकों और वैक्सीन से जुड़ी विशेषज्ञता पर पूरी दुनिया को भरोसा है। उन्होंने कहा कि भारतीय वैक्सीन विदेशी वैक्सीनों की तुलना में बहुत सस्ती है। इनका उपयोग भी बहुत आसान है।