Mission Shakti: ‘भारत ने A-SAT मिसाइल से LIVE सैटेलाइट मार गिराई, बना ऐसी क्षमता वाला चौथा देश’
PM Narendra Modi Address to the Nation Today, Mission Shakti: भारत ने एंटी-सैटेलाइट के जरिए 3 मिनट में सैटेलाइट को मार गिराया। अब तक दुनिया के तीन देश को ही ये क्षमता हासिल थी। सरकार से जुड़े सूत्रों ने बताया कि छोड़ी गई सैटेलाइट, माइक्रो सैटेलाइट थी। इसरो ने उसे 24 जनवरी को लॉन्च किया था।

PM Narendra Modi Address to the Nation, Mission Shakti: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहा है कि भारत ने अंतरिक्ष में एंटी मिसाइल से लाइव सैटेलाइट को मार गिराया और बुधवार (27 मार्च, 2019) को अपना नाम अंतरिक्ष महाशक्ति के तौर पर दर्ज करा लिया। अब भारत ऐसी क्षमता हासिल करने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया। पीएम मोदी ने कहा, ‘‘हर राष्ट्र की विकास यात्रा में कुछ ऐसे पल आते हैं, जो उसके लिए अत्यधिक गौरव वाले होते हैं और आने वाली पीढ़ियों पर उनका असर होता है। आज कुछ ऐसा ही समय है।’’
पीएम ने राष्ट्र के नाम संदेश में कहा कहा, ‘‘मिशन शक्ति के तहत भारत ने स्वदेशी एंटी सैटेलाइट मिसाइल ‘ए-सैट’ से तीन मिनट में एक लाइव सैटेलाइट को सफलतापूर्वक मार गिराया।’’ उन्होंने बाद में ट्वीट किया, ‘‘मिशन शक्ति की सफलता के लिए हर किसी को बधाई।’’ वह आगे बोले, ‘‘हमारे वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में 300 किमी दूर पृथ्वी की निचली कक्षा (एलईओ) में एक लाइव सैटेलाइट को मार गिराया है। यह लाइव सैटेलाइट एक पूर्व निर्धारित लक्ष्य था, जिसे एंटी सैटेलाइट द्वारा मार गिराया गया है। यह अभियान तीन मिनट में सफलतापूर्वक पूरा किया गया है।’’
अभियान से जुड़े वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए पीएम ने कहा कि देश अंतरिक्ष में निचली कक्षा में लाइव सैटेलाइट को मार गिराने की क्षमता रखने वाला चौथा देश बन गया है। अब तक यह क्षमता अमेरिका, रूस और चीन के ही पास थी। उनके मुताबिक, देश ने जो नई क्षमता हासिल की है, यह किसी के खिलाफ नहीं, बल्कि तेज गति से बढ़ रहे भारत की रक्षात्मक पहल है। उन्होंने वैज्ञानिकों को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी और उनकी सराहना भी की।
Prime Minister Narendra Modi Address to the Nation, Watch Here: यहां देखें प्रधानमंत्री का राष्ट्र के नाम संदेश-
पीएम ने यह भी कहा कि इससे किसी अंतरराष्ट्रीय कानून या संधि का उल्लंघन नहीं हुआ है। देश हमेशा से अंतरिक्ष में हथियारों की होड़ के विरूद्ध रहा है और इससे (उपग्रह मार गिराने से) देश की इस नीति में कोई परिवर्तन नहीं आया है। वह बोले कि ‘मिशन शक्ति’ एक अत्यंत जटिल आॅपरेशन था जिसमें उच्च कोटि की तकनीकी क्षमता की आवश्यकता थी। वैज्ञानिकों द्वारा निर्धारित सभी लक्ष्य और उद्देश्य प्राप्त कर लिए गये हैं। सभी भारतीयों के लिए यह गर्व की बात है।
ध्यान देने वाली है कि पीएम ने ऐसे समय में देश को संबोधित किया जब लोकसभा चुनाव के लिए मतदान की शुरुआत में दो सप्ताह से भी कम का समय बचा है। सात चरण में होने वाले लोकसभा चुनाव का पहला चरण 11 अप्रैल से शुरू होगा। 19 मई को आखिरी चरण का मतदान होगा और परिणाम की घोषणा 23 मई को की जाएगी। वर्तमान एनडीए सरकार का कार्यकाल 22 मई को समाप्त हो रहा है।
Highlights
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन सभी वैज्ञानिकों की टीम को बुलाया है, जिसने ए-सैट प्रोग्राम पर काम किया था। उन्होंने इसके अलावा पूरी टीम को कड़ी मेहनत के लिए मुकाबरकबाद दी है।
फरवरी, 2010 में DRDO ने ऐलान किया था कि भारत ऐसी तकनीक का विकास कर रहा है जो कि स्पेस में दुश्मन के सैटेलाइट को अपने हथियार से नष्ट कर देगा। धरती के लो आर्बिट में एक पूर्व निर्धारित लक्ष्य को एंटी सैटेलाइट सिस्टम से सफलतापूर्वक निशाना बनाया गया। पढ़ें पूरी रिपोर्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मिशन शक्ति के तहत एंटी सैटेलाइट मिसाइल ‘ए-सैट’ से तीन मिनट में लाइव सेटेलाइट को गिरा दिया गया। निचली कक्षा के उपग्रह को मार गिराना हमारे देश के लिए दुर्लभ उपलब्धि है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने जो नई क्षमता हासिल की है, यह किसी के खिलाफ नहीं है बल्कि तेज गति से बढ़ रहे हिन्दुस्तान की रक्षमात्मक पहल है।
अंतरिक्ष महाशक्ति बनने वाला भारत दुनिया का चौथा देश बना। प्रधानमंत्री ने कहा, "मिशन शक्ति एक बहुत मुश्किल ऑपरेशन था, लेकिन भारतीय वैज्ञानिकों ने इसे लॉन्च के सिर्फ 3 मिनट में ही हासिल कर लिया है।"
"भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय महाशक्ति का दर्जा हासिल कर लिया है। अब तक चीन, रूस और अमेरिका ही इस क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय महाशक्ति थे। भारत यह उपलब्धि हासिल करने वाला चौथा राष्ट्र बन गया है।" : प्रधानमंत्री
विभिन्न टीवी चैनलों पर यह चर्चा चल रही है कि प्रधानमंत्री पाकिस्तान के बालाकोट में हुई एयर स्ट्राइक से जुड़े सबूत जारी कर सकते हैं। हालांकि इन कयासों में कितनी सच्चाई है, यह प्रधानमंत्री का संबोधन शुरू होने पर ही पता चलेगा।