मुख्तार अंसारी को लाने वाली गाड़ी यूपी पुलिस की? कुमार विश्वास ने पूछा, आचार्य प्रमोद बोले- पलटना तय
यूपी सरकार की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को कहा कि बाहुबली मुख्तार अंसारी को पंजाब की जेल से उत्तरप्रदेश की जेल में शिफ्ट किया जाए।

चर्चित विकास दुबे प्रकरण के बाद लोग सोशल मीडिया पर अपराधियों की गाड़ी पलटने को लेकर खूब कटाक्ष और व्यंग्य करते हैं। इसी बीच उत्तरप्रदेश के बाहुबली मुख़्तार अंसारी को पंजाब से यूपी शिफ्ट किए जाने पर लोग सोशल मीडिया पर तरह तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इसी को लेकर कवि कुमार विश्वास ने ट्विटर पर लिखा कि मुख़्तार अंसारी को लाने वाली गाड़ी यूपी पुलिस की होगी? तो वही आचार्य प्रमोद ने लिखा कि गाड़ी का पलटना तय है।
सुप्रीम कोर्ट ने उत्तरप्रदेश के बाहुबली मुख़्तार अंसारी को पंजाब के रोपड़ जेल से यूपी के जेल में शिफ्ट करने को कहा है। इसी को लेकर कुमार विश्वास ने व्यंग्य करते हुए पूछा कि लाने वाली गाड़ी यूपी पुलिस की होगी? वहीं आचार्य प्रमोद ने रीट्वीट करते हुए लिखा कि गाड़ी पलटना तय है। मुख़्तार अंसारी ने सुप्रीम कोर्ट से अपने खिलाफ सभी मामले को दिल्ली ट्रांसफर करने की मांग की थी। लेकिन कोर्ट ने अंसारी की याचिका ठुकरा दी थी।
बता दें कि पिछले दिनों उत्तर प्रदेश शासन ने सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि पंजाब सरकार गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी का बचाव कर रही है और मुकदमों की सुनवाई के लिए उसे उत्तर प्रदेश नहीं भेज रही है। साथ ही कोर्ट में उत्तरप्रदेश सरकार की तरफ से पेश हुए वकील ने कहा कि मुख़्तार अंसारी पंजाब की रोपड़ जेल से अपना कारोबार संचालित कर रहा है। उत्तर प्रदेश के मऊ से विधायक मुख्तार अंसारी कथित जबरन वसूली मामले में पंजाब के रूपनगर जिला जेल में बंद हैं।
यूपी सरकार की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को कहा कि बाहुबली मुख्तार अंसारी को पंजाब की जेल से उत्तरप्रदेश की जेल में शिफ्ट किया जाए। हालांकि वर्तमान में विधायक होने के कारण सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा है कि एमपी/एमएलए कोर्ट तय करे कि उसे कहां रखना है।
बता दें कि पिछले साल कानपुर में बिकरुकांड के आरोपी विकास दुबे को इंदौर से कानपुर लाया जा रहा था। तभी बीच रास्ते में ही पुलिस ने विकास दुबे का एनकाउंटर कर दिया था। उत्तरप्रदेश पुलिस का दावा था कि रास्ते में पुलिस की गाड़ी पलट गई थी और विकास दुबे भागने लगा था जिसके बाद पुलिस को जबरन एनकाउंटर करना पड़ा था। हालांकि विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद मुख़्तार अंसारी ने भी अपने जान का खतरा बताया था, उसने पत्र लिखकर कहा था कि जैसे विकास दुबे की तरह मेरी भी जान जा सकती है।