पूर्व पीएम मनमोहन सिंह से लेकर कई कांग्रेसी सीएम कर चुके हैं NRC की वकालत, अब पेट में दर्द क्यों? PM मोदी ने बोला हमला
प्रधानमंत्री ने कहा कि NRC कांग्रेस के कार्यकाल में आया था, क्या वो उस समय सो रहे थे? हम एनआरसी को कैबिनेट या संसद में नहीं लाए। यदि हम नागरिकता के लिए अधिकार दे रहे हैं, तो क्या उसी सत्र में हम कोई ऐसा कानून लाएंगे, जिससे आपको बाहर किया जा सकेगा।?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित हुई रैली में विपक्षी पार्टियों पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के मुद्दे पर विपक्ष के विरोध पर तीखा हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह समेत कई कांग्रेसी सीएम भी NRC की वकालत कर चुके हैं। पीएम ने सवाल उठाते हुए कहा कि अब कांग्रेस नेताओं के पेट में दर्द क्यों हो रहा है?
बता दें कि साल 2003 में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह राज्यसभा में अपने एक बयान में बांग्लादेश और पाकिस्तान से प्रताड़ित होकर भारत आने वाले शरणार्थियों को नागरिकता देने की मांग की थी। हाल ही में भाजपा ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर पूर्व पीएम के इस बयान का वीडियो फुटेज भी शेयर किया था।
पीएम मोदी ने ये भी कहा कि असम के पूर्व सीएम तरुण गोगोई भी राज्य में एनआरसी लागू करने के लिए केन्द्र सरकार को पत्र लिखते थे। कांग्रेस नेता अशोक गहलोत भी उनका समर्थन करते थे। बता दें कि टीएमसी चीफ ममता बनर्जी भी पूर्व में बंगाल में अवैध घुसपैठ पर रोक लगाने की मांग कर चुकी हैं।
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘ममता दीदी कोलकाता से सीधी यूएन चली गई। कुछ साल पहले उन्होंने संसद में मांग की थी कि बांग्लादेश से आने वाले घुसपैठियों का आना रोका जाना चाहिए। दीदी को अब क्या हो गया है? क्यों आप बदल गई? क्यों आप अफवाहें फैला रही हैं? चुनाव आते-जाते रहते हैं। आप डरी हुई क्यों हैं?’
पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि NRC कांग्रेस के कार्यकाल में आया था, क्या वो उस समय सो रहे थे? हम एनआरसी को कैबिनेट या संसद में नहीं लाए। यदि हम नागरिकता के लिए अधिकार दे रहे हैं, तो क्या उसी सत्र में हम कोई ऐसा कानून लाएंगे, जिससे आपको बाहर किया जा सकेगा।?
CAA के लेकर जारी विरोध पर पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस और इसके दोस्त कुछ अर्बन नक्सल अफवाहें फैला रहे हैं कि मुस्लिमों को डिटेंशन सेंटर भेज दिया जाएगा…अपनी शिक्षा का सम्मान करें और पहले नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को पढ़ लें, आप शिक्षित लोग हैं।