प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में उनकी विदेश यात्राओं की खूब चर्चा हुई। अब एक रिपोर्ट में बताया गया है कि बीते 5 सालों को दौरान पीएम मोदी की विदेश यात्राओं पर कुल 443.4 करोड़ रुपए खर्च हुए। हालांकि इस खर्च में अभी पीएम मोदी की 5 अन्य विदेश यात्राओं का खर्च शामिल नहीं है। हिन्दुस्तान टाइम्स की एक खबर के अनुसार, प्रधानमंत्री की आधिकारिक एअरलाइन्स एअर इंडिया ने बीते 5 सालों के दौरान पीएम मोदी द्वारा की गई 44 विदेश यात्राओं का बिल पीएमओ भेजा है। इसके बाद यह रकम पीएमओ द्वारा एअर इंडिया के खाते में जमा करायी जाएगी।
मनमोहन सिंह से कम हुआ खर्चः पीएम मोदी के आलोचक उनकी विदेश यात्राओं को लेकर सवाल उठा चुके हैं। हालांकि इस रिपोर्ट में पता चला है कि पीएम मोदी की 44 विदेश यात्राओं पर खर्च की गई रकम, उनके पूर्ववर्ती डॉ. मनमोहन सिंह की साल 2009-2014 तक की विदेश यात्राओं के खर्च की तुलना में कम है। बता दें कि मनमोहन सिंह ने इस दौरान 38 विदेश यात्राएं की और इन यात्राओं पर कुल 493.22 करोड़ रुपए खर्च हुए। हालांकि एअर इंडिया द्वारा भेजे गए बिल में 5 विदेश यात्राओं के बिल और इस महीने होने वाली यूएई की यात्रा के बिल को भी जोड़ दिया जाए तो यह मनमोहन सिंह की यात्रा खर्चों से ज्यादा हो जाएगा। साथ ही पीएम मोदी ने नेपाल, बांग्लादेश, ईरान और सिंगापुर की यात्रा भारतीय वायुसेना के बिजनेस जेट से की थी और इनका बिल भी उपरोक्त बिल में शामिल नहीं है।
दरअसल पीएम मोदी के यात्रा खर्च के कम रहने का कारण पीएम मोदी द्वारा एक ही ट्रिप पर कई देशों की यात्रा करना भी है। पीएम मोदी ने अपने कार्यकाल के दौरान ऐसी कई यात्राएं की, जिनमें उन्होंने 2 या 2 से ज्यादा देशों की एकसाथ यात्राएं की। सेंट्रल एशिया की यात्रा में तो पीएम मोदी ने एक साथ 6 देशों उज्बेकिस्तान, कजाखिस्तान, रुस, तुर्कमेनिस्तान, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान की यात्रा की थी। इस महीने के अंत में पीएम मोदी यूएई की यात्रा करेंगे, जो कि उनके पहले कार्यकाल की अंतिम विदेश यात्रा होगी। इस यात्रा के दौरान उन्हें यूएई के सर्वोच्च सम्मान जायद मेडल से सम्मानित किया जाएगा, जो कि उन्हें दोनों देशों के संबंधों को बेहतर बनाने के लिया दिया जा रहा है।
गौरतलब है कि 443 करोड़ रुपए के बिल में सिर्फ ईंधन, एअरक्राफ्ट का किराया और क्रू का बिल शामिल है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, जापान, सिंगापुर, मालदीव, अर्जेंटीना, दक्षिण कोरिया की विदेश यात्राओं का बिल अभी तक एअर इंडिया द्वारा नहीं भेजा गया है।