कोरोनाः PM बोले- अफवाहों पर न दें ध्यान, कांग्रेसी का सवाल- इतना ही सेफ है टीका, तो लगवाने को केंद्र से कोई आगे क्यों न आया?
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने तर्क देते हुए बताया कि हर देश में राष्ट्रप्रमुखों ने खुद पहले वैक्सीन ली, फिर भारत में ऐसा क्यों नहीं हुआ।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को देश में वैक्सीनेशन कार्यक्रम की शुभारंभ किया। उन्होंने देशवासियों से अपील की कि वे वैक्सीन के बारे में किसी भी तरह की झूठी अफवाहों पर भरोसा न करें। इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने भी देशवासियों से इसी तरह की अपील की थी। हालांकि, कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने इस पर भी सवाल उठा दिए हैं। उन्होंने कहा कि अगर वैक्सीन इतनी भरोसेमंद है तो आखिर क्यों केंद्र सरकार का कोई बड़ा नेता टीका लगवाने आगे नहीं आया।
उन्होंने कहा कि हर देश में राष्ट्रप्रमुखों ने खुद पहले वैक्सीन ली। अमेरिका में राष्ट्रपति जो बाइडेन, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने वैक्सीन शॉट लिया। ब्रिटेन में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और क्वीन एलिजाबेथ ने वैक्सीन ली। बाकी कई देशों में भी राष्ट्राध्यक्षों ने ऐसा ही किया। अगर वैक्सीन इतनी सुरक्षित और भरोसे लायक है, तो आखिर क्यों भारत में किसी जिम्मेदार सरकारी व्यक्ति ने वैक्सीन का शॉट पहले नहीं लिया।
आनंदपुर साहिब से कांग्रेस सांसद ने कहा, “जैसे-जैसे वैक्सीन निकलेगी। यहां कुछ परेशान करने वाले सवाल हैं, जहां सरकार लगातार वैक्सीन राष्ट्रवाद का इस्तेमाल किया। पहला सवाल वैक्सीन की क्षमता का है। रेगुलेटरी ढांचे की गैरमौजूदगी और वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की लाइसेंसिंग की जरूरतों के बीच यह हैरान करने वाला है कि वैक्सीन को ड्रग कंट्रोलर की तरफ से मंजूरी मिल गई।”
बता दें कि दो दिन पहले भी मनीष तिवारी ने कहा था कि जब तक क्षमता और विश्वसनीयता पूरी तरह से स्थापित नहीं हो जाती, तब तक सरकार को इसका रोल आउट नहीं करना था। मनीष तिवारी ने कहा कि वैक्सीन का ट्रायल अभी तीसरे चरण में है। इसके बाद भी वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग पर ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने मुहर लगा दी। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि भारतीय गिनी पिग (ट्रायल में इस्तेमाल होने वाले चूहे) नहीं हैं।
वैक्सीन की विश्वसनीयता पर पीएम ने क्या कहा?: पीएम मोदी ने वैक्सीन को लेकर देशवासियों को किसी भी तरह की अफवाहों से बचने को कहा। उन्होंने कहा कि हमारे वैज्ञानिक और विशेषज्ञ जब दोनों मेड इन इंडिया वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभाव को लेकर आश्वस्त हुए, तभी उन्होंने इसके इमरजेंसी उपयोग की अनुमति दी। पीएम मोदी ने कहा कि भारत के वैज्ञानिकों और वैक्सीन से जुड़ी विशेषज्ञता पर पूरी दुनिया को भरोसा है। उन्होंने कहा कि भारतीय वैक्सीन विदेशी वैक्सीनों की तुलना में बहुत सस्ती है। इनका उपयोग भी बहुत आसान है।