राष्ट्रपति के अभिभाषण पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज राज्यसभा में अपना संबोधन दिया। अपने 70 मिनट के संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। प्रधानमंत्री ने इस दौरान विपक्ष पर जमकर चुटकी ली। उन्होंने चुटकी लेते हुए विपक्ष की तुलना शादी में आए फूफी से कर दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि शादी में फूफी भी रूठ जाती है जिसपर सदन में जमकर ठहाके लगे। इस दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, प्रताप सिंह बाजवा, और तृणमूल नेता डेरेक ओ ब्रायन को जमकर घेरा।
अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने गुलाम नबी आजाद का नाम लेते हुए कहा कि गुलाम नबी जी हमेशा ही सदन में संयम से बोलते हैं और हम सबको उनसे सीखना चाहिए। साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि गुलाम नबी आजाद ने कश्मीर में हुए चुनावों की तारीफ भी की। मुझे विश्वास है कि आपकी पार्टी इसे सही भावना में लेगी।
साथ ही अपने संबोधन में पीएम मोदी ने तृणमूल नेता डेरेक ओ ब्रायन पर भी तंज कसा। पीएम ने कहा कि डेरेक जी ने अपने भाषण में बोलने की आजादी जैसे अच्छे शब्द का जिक्र किया। हालाँकि जब मैं उन्हें सुन रहा था तो मुझे आश्चर्य हुआ कि वे बंगाल के लिए बोल रहे हैं या पूरे भारत के लिए। साथ ही उन्होंने कहा कि डेरेक जी हमेशा 24 घंटे यही सब चीज देखते हैं तो हो सकता है कि उन्होंने ये सब यहाँ इसलिए बोल दिया हो।
पीएम ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि अच्छा होता कि राष्ट्रपति जी का भाषण सुनने के लिए सब होते तो लोकतंत्र की गरिमा और बढ़ जाती। लेकिन राष्ट्रपति जी के भाषण की ताकत इतनी थी कि न सुनने के बाद भी बात पहुंच गई। इसके अलावा पीएम ने कहा कि यहां लोकतंत्र को लेकर काफी उपदेश दिए गए हैं। मैं नहीं मानता कि जो बातें बताई गई हैं देश का कोई भी नागरिक उन पर भरोसा करेगा। भारत का लोकतंत्र ऐसा नहीं है जिसकी खाल हम इस तरह से उधेड़ सकते हैं, ऐसी गलती हम न करें
इसके अलावा पीएम ने अपने संबोधन के दौरान कोरोना के खिलाफ लड़ाई में देशवासियों का भी शुक्रिया अदा किया।