ये हैं विद्या और सोफी, जिनका Mann ki Baat में पीएम नरेंद्र मोदी ने छेड़ा जिक्र; जानें क्यों हैं खास
आर्मी डॉग्स विद्या और सोफी ने कई मौकों पर विस्फोटकों की पहचान कर कई जिंदगियां बचाई हैं, इन्हें इसी साल स्वतंत्रता दिवस पर चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ सम्मान भी दिया गया था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मन की बात कार्यक्रम में भारत के वीर सैनिकों के साथ सेना में इस्तेमाल होने वाले कैनाइन सोल्जर्स (आर्मी डॉग्स) का जिक्र किया। पीएम ने खासतौर पर सोफी और विद्या के बारे में बताया और कहा कि अगर देशवासी पालतू जानवर पालने के बारे में सोच रहे हैं, तो उन्हें देसी पालतुओं की तरफ ध्यान देना चाहिए।
सोफी और विद्या नाम की यह दो आर्मी डॉग्स आतंकरोधी और घुसपैठ रोकने वाले ऑपरेशन्स में शामिल रहती हैं। इन्हें इसी साल 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ सम्मान से भी नवाजा गया था। सैन्य सूत्रों के मुताबिक, लैब्राडोर नस्ल की विद्या जो कि पूर्वी कमांड स्थित आर्मी डॉग यूनिट का हिस्सा है, अब तक 5 बारूदी सुरंग (लैंड माइंस) और जमीन के नीचे दबे ग्रेनेड को खोजने में अहम भूमिका निभा चुकी है। इससे सैन्य टुकड़ियों की जान बच चुकी है।
दूसरी तरफ ब्राउन कोकर स्पैनियल नस्ल की सोफी स्पेशल फ्रंटियर फोर्स का हिस्सा है, जो बम निरोधी दस्ते के तौर पर काम करता है। सोफी ने भी अब तक कई मौकों पर अपनी सूंघने की क्षमता का इस्तेमाल करते हुए कई सर्च ऑपरेशन में सेना और पुलिस का साथ दिया है। कुछ समय पहले सोफी ने दिल्ली में एक सर्च ऑपरेशन के दौरान आईईडी बनाने की सामग्री पकड़वाई थी।
विद्या और सोफी के अलावा पीएम ने बलराम, भावना और क्रैकर का भी जिक्र किया था। बलराम ने 2006 में अमरनाथ यात्रा के रूट पर बड़ी मात्रा में विस्फोटक पकड़वाने में मदद की थी। इसके अलावा भावना ने एक आईईडी की पहचान की थी, लेकिन डिफ्यूज करने के दौरान ही बम फट पड़ा था, जिसमें उसकी और उसके हैंडलर की मौत हो गई थी। क्रैकर सीआरपीएफ का स्निफर डॉग है। पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में स्निफर डॉग रॉकी का भी जिक्र किया था। रॉकी ने बीड पुलिस की 300 से ज्यादा केस सुलझाने में मदद की थी और हाल ही में उसकी विदाई हुई है।