प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर कई बार यह दावा हो चुका है कि अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने एक दिन भी अभी तक छुट्टी नहीं ली है। वे पूरे समय ऑन ड्यूटी रहते हैं, समय-समय पर पीएमओ के रिकॉर्ड इस बात की तस्दीक कर देते हैं। लेकिन फिर भी इस बार लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद जब 45 घंटे के लिए प्रधानमंत्री मोदी कन्याकुमारी में ध्यान लगाने गए, सभी के मन में यह सवाल उठा कि इसे उनकी छुट्टी माना जाए या फिर वे ऑन ड्यूटी थे।

कन्याकुमारी दौरा: पीएम मोदी क्या छुट्टी पर थे?

बीबीसी की तरफ से यही सवाल पीएमओ से पूछा गया है और उन्हें उसका एकदम स्पष्ट जवाब भी दिया गया है। पीएमओ की तरफ से बताया गया है कि प्रधानमंत्री ने अपने कार्यकाल में एक भी दिन की छुट्टी नहीं ली है। पीएम मोदी ने तो छुट्टी नहीं ली, लेकिन भारत का जो इतिहास है, वो बताता है कि कुछ पूर्व प्रधानमंत्रियों ने समय-समय पर जरूर छुट्टी लेने का काम किया है और उन्होंने इसकी जानकारी सार्वजनिक रूप से दी भी है। इस लिस्ट में जवाहर लाल नेहरू, राजीव गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी का नाम शामिल है।

है दम? कमला हैरिस को एलन मस्क का बड़ा चैलेंज, ट्रंप हो चुके पास

छुट्टी पर पीएम, प्रोटोकॉल क्या कहता है?

अतीत में ऐसा देखा गया है कि अगर प्रधानमंत्री को कभी निजी काम से छुट्टी चाहिए होती है तो उस स्थिति में किसी वरिष्ठ मंत्री को जिम्मेदारी सौंपी जाती है ताकि कामकाज किसी भी तरह से प्रभावित न हो। वैसे प्रधानमंत्री मोदी के कन्याकुमारी दौरे को लेकर ऐसी कोई जानकारी सामने नहीं आई है कि उन्होंने पीएमओ को इस बारे में कुछ बताया था या नहीं। लेकिन पीएम मोदी के यूट्यूब पर और कई न्यूज़ चैनल पर कन्याकुमारी के वीडियो वायरल रहे थे, ऐसे में उसका प्रसारण जरूर किया गया था।

वैसे अगर ध्यान लगाने को ड्यूटी बताया जा रहा है तो कुछ जानकार इसे हजम नहीं कर पा रहे हैं, उनका तर्क है कि ध्यान लगाना किसी का निजी फैसला हो सकता है, उसे ड्यूटी का हिस्सा नहीं बताया जा सकता।