संसद में गुरुवार को राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन ने एक लिखित सवाल के जवाब में यह जानकारी दी है। साल 2019 से राष्ट्रपति के दौरे के लिए 6,24,31,424 रुपए, प्रधानमंत्री के दौरे के लिए 22,76,76,934 रुपए और विदेश मंत्री के दौरे के लिए 20,87,01,475 रुपए की राशि खर्च की है।
केंद्र सरकार के माध्यम से 2019 के बाद अब तक हुई प्रधानमंत्री की यात्रा और दूसरे देशों से आए विदेशी मेहमानों की जानकारी साझा की गई है। राष्ट्रपति ने 2019 से अब तक विदेश की आठ यात्राएं कीं, जिन पर 6.24 करोड़ रुपए से अधिक की राशि खर्च हुई। 2019 से अब तक राष्ट्रपति ने आठ विदेश यात्राएं कीं, वहीं प्रधानमंत्री ने 21 और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 86 विदेश यात्राएं कीं।
2019 के बाद से, प्रधानमंत्री ने तीन बार जापान, दो बार अमेरिका और एक बार संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा की। जिन देशों में प्रधानमंत्री ने यात्राएं कीं उनमें कोरिया, मालदीव और श्रीलंका, किर्गिस्तान, जापान, भूटान, फ्रांस, बहरीन, यूएई, रूस, सऊदी अरब, थाईलैंड, ब्राजील, इटली समेत अन्य प्रमुख देश शामिल थे।
इसी प्रकार राष्ट्रपति की आठ यात्राओं में से सात यात्रा रामनाथ कोविंद ने की थी जबकि वर्तमान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पिछले सितंबर में ब्रिटेन का दौरा किया था। पूर्व राष्ट्रपति जिन यात्राओं पर गए थे उनमें क्रोएशिया, बोलीविया, चिली, बेनिन, गाम्बिन, गिनी, आइसलैंड, स्विटजरलैंड, यूनाइटडेड किंगडम जैसे देश शामिल थे।
इसी तरह विदेश मंत्री ने बीते वर्षों में साइप्रस और आस्ट्रिया, मालदीव और श्रीलंका, संयुक्त राज्य अमेरीका, रूस, कंबोडिया, मिस्र, न्यूजीलैंड और आस्ट्रेलिया, सऊदी अरब, जापान, थाइलैंड आदि प्रमुख देशों की यात्रा की है। इस जवाब में मंत्रालय ने विदेश से आने वाले मेहमानों की भी जानकारी दी है। रिपोर्ट के मुताबिक विदेश से सबसे अधिक 26 मेहमान साल 2019 में आए थे।