पुलवामा हमले की बरसी पर पुलिस ने आतंकियों की साजिश को नाकाम कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में चंडीगढ़ के कॉलेज में पढ़ने वाले एक छात्र, एक आतंकी संगठन के मुखिया, कानून की विद्यार्थी और शोपियां के मिलिट्री कमांडर की पत्नी की गिरफ़्तारी की है। जम्मू कश्मीर पुलिस के अनुसार ये सभी मिलकर पुलवामा हमले की बरसी पर एक और आतंकी घटना को अंजाम देने वाले थे।
जम्मू कश्मीर पुलिस ने इसके अलावा भारी मात्रा में आईईडी भी बरामद की है। इससे पहले पुलिस ने 6 फ़रवरी को लश्कर ए मुस्तफ़ा के चीफ हिदायतुल्लाह मलिक को भी गिरफ्तार किया था। गिरफ़्तारी के बाद मलिक ने बताया था कि उसने पाकिस्तान के इशारे पर एनएसए अजीत डोभाल के ऑफिस की रेकी भी की थी। उसने रेकी के वीडियो पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं को भी भेजे थे। इसके अलावा मलिक ने कबूल किया था कि पुलवामा हमले को अंजाम देने वाला संगठन जैश ए मोहम्मद जम्मू में अपने संगठन का विस्तार कर दिल्ली में आंतकी हमले की प्लानिंग कर रहा है।
जम्मू कश्मीर रेंज के आईजी मुकेश सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि पुलिस ने विशेष अभियान चलाते हुए शनिवार रात को सुहैल बशीर शाह नाम के आतंकी को 7 किलो आईईडी के साथ पकड़ा था। साथ ही उन्होंने कहा कि सुहैल नाम का यह आतंकी चंडीगढ़ से आया था और 14 फ़रवरी को एक बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने वाला था। पुलिस अधिकारी मुकेश सिंह ने कहा कि सोहेल को तीन-चार जगहों पर आईईडी लगाने को कहा गया था। जिसके बाद उसे श्रीनगर के लिए फ्लाइट पकड़ने को कहा गया था। पुलिस ने इस मामले में आतंकी सुहैल के दो सहयोगी काजी वसीम और आबिद नबी नाम के शख्स को भी गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने आतंकियों के बिहार कनेक्शन का भी भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने कहा कि इन आतंकियों ने पंजाब के अपने सहयोगियों की मदद से बिहार के छपरा इलाके से सात पिस्तौल ख़रीदे थे और उसको कश्मीर के आतंकियों के बीच बांटा था।
दो साल पहले जम्मू के पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन को सीआरपीएफ जवानों की बस से टकरा दिया था। जिसमें करीब 40 जवान शहीद हो गए थे।